ज़ी टीवी का लोकप्रिय धारावाहिक कुंडली भाग्य अपने तड़के दार ड्रामा के चलते दर्शकों को मनोरंजीत करने में जुटा हुआ है। शो को बालाजी टेलीफिल्म्स के बैनर तले निर्मित किया गया है।
कहानी के अनुसार, पालकी सगाई समारोह के लिए कुछ सामान लेने के लिए बाहर जाती है। शौर्य उसे अकेले देखता है और अपनी योजना को अंजाम देता है।
शौर्य के गुंडे पालकी का अपहरण कर लेते हैं। पालकी चौंक जाती है और मदद के लिए चिल्लाती है। राजवीर पालकी की चीखें सुन लेता है, लेकिन माही उसे घर से निकलने से रोकता है। जल्द ही, शौर्य के गुंडे पालकी को अपने साथ ले जाते हैं।
शौर्य गुंडों से पालकी को एक पुराने घर में ले जाने के लिए कहता है। करण का ट्रैफिक सिग्नल पर गुंडों की वैन से सामना होता है और उसे कुछ गड़बड़ लगता है। वह जांच करने के लिए अपनी कार से नीचे उतरता है।
हालांकि, सिग्नल हरा हो जाता है और वैन चली जाती है। इस बीच, घर पर राजवीर चिंता करता है क्योंकि पालकी गायब हो जाती है। जल्द ही, वह उसकी तलाश के लिए एक मिशन पर निकल जाता है।
आगामी एपिसोड में, राजवीर कुछ इशारों के जरिए पालकी को ढूंढने की कोशिश करता है। दूसरी ओर, पालकी खुद को छुड़ाने में कामयाब हो जाती है और भाग जाती है।
वह राजवीर को फोन करती है और जल्द ही उसे अपने अपहरण की सूचना देती है। राजवीर उसे उसकी मदद करने के लिए स्थान देने के लिए कहता है। पालकी उसे पता देती है, और राजवीर पालकी का पता लगाता है। वह उसे गुंडों से छुड़ाने आता है।