Tose Nainaa Milaai Ke Spoiler: किशनलाल ने जमीन लौटाने के लिए राजीव और कुहू के सामने रखी बड़ी शर्त

Tose Nainaa Milaai Ke Full Episode 67: किशनलाल ने जमीन लौटाने के लिए राजीव और कुहू के सामने रखी बड़ी शर्त।
Tose Nainaa Milaai Ke Spoiler: किशनलाल ने जमीन लौटाने के लिए राजीव और कुहू के सामने रखी बड़ी शर्त 36270

Tose Nainaa Milaai Ke Full Episode 66: दंगल टीवी (Dangal Tv) के लोकप्रिय धारावाहिक तोसे नैना मिलाई के (Tose Nainaa Milaai Ke) में दिलचस्प ड्रामे की एंट्री हुई है। शो में आप सभी देखेंगे कि किशनलाल अपने गुंडों और वकील के साथ कुहू के घर आता है। वह उन्हें कोर्ट का नोटिस दिखाता है, जिसपर लिखा है, कि उन्हें ये घर खाली करना पड़ेगा। जल्दी ही बाहुबली के गुंडे घर के सारे सामन बाहर फेंक देते हैं और कुहू के परिवार को घर से बाहर निकाल देते हैं। इसके अलावा किसनलाल उन्हें बताता है, कि कुहू का घर और जमीन कल नीलाम हो जाएगा। हालांकि, वह उन्हें यह भी बताता है, कि यह नीलामी एकदम मुफ्त में होगी, जिसके पीछे एक बड़ी शर्त है।

वह अपनी शर्त रखते हुए कहता है, कि मुनिया टोला गाव का जो भी परिवार कुहू के 2 बीघा जमीन को सबसे पहले और सबसे ज्यादा जोतेगा उसके नाम कुहू की जमीन और घर कर दी जाएगी। कुहू बाहुबली को कहती है, कि उनके गांव का कोई भी सदस्य इस प्रतियोगिता में भाग नहीं लेगा, मगर किशनलाल पैसे उड़ाकर कुहू के भ्रम को दूर कर देता है। जल्दी ही राजीव किशनलाल के घर जाता है और उसे कहता है, कि कुहू के पिता का पूरा कर्ज वह चुकाएगा। लेकिन, किशनलाल पैसा लेने से इंकार कर देता। जिसके बाद राजीव इस प्रतियोगिता में भाग लेने का फैसला करता है, मगर किशनलाल उसके सामने एक बड़ी शर्त रखते हुए कहता है, कि जब तक कुहू के पिता राजीव को पूरे गांव के सामने अपने दामाद के रूप में नहीं स्वीकारेंगे, तब तक राजीव इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकता। किशनलाल यह सब राजीव के पिता के कहने पर कर रहा है। दूसरी ओर राजीव के पिता यानी देवनारायण अपनी योजना पर खुश होता है। किंतु, राजीव हार मानने वालो में से नहीं है, वह कुहू से कहता है, कि उसके पिता को उसे दामाद के रूप में स्वीकारना होगा, जिसके चलते वह प्रतियोगिता में भाग ले सकेगा और उसकी जमीन जीत पाएगा। हालांकि, कुहू उसे ऐसा करने से मना कर देती है।

हे भगवान! क्या राजीव कुहू के घर और ज़मीन को बचा पाएगा? आपको क्या लगता है? हमें अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में बताए और अधिक अपडेट पाने के लिए बने रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।