Tose Nainaa Milaai Ke Full Episode 184: दंगल टीवी (Dangal Tv) के लोकप्रिय धारावाहिक तोसे नैना मिलाई के (Tose Nainaa Milaai Ke) में दिलचस्प ड्रामे की एंट्री हुई है। शो में आप सभी देखेंगे कि कुहू अवधेश से अपनी रिहाई की भीक मांगती हैं, वह उसे वचन देती हैं, कि वह उनके बीच नहीं आएगी और वह कोई भी गवाही नहीं देगी। अवधेश कुहू पर भरोसा करके उसे रिहा कर देता है, मगर कुहू अवधेश को बंधक बना लेती है और उसे कुर्सी से बांध लेती है। जबकि दूसरी ओर हॉस्पिटल में संजीव का वकील आ जाता है और वह सभी को पेपर दिखाता है, जिसके जरिए राजीव ने कुहू का इल्जाम अपने सर ले लिया है। राजीव की इस हरकत से शंभू और देव नारायण परेशान हो जाते हैं। वे दोनों राजीव को समझाते हैं, कि ऐसा करने से वह आजीवन जेल में रहेगा।
वहीं घर पर अवधेश कुहू को समझाने की कोशिश करता हैं, मगर वह राजीव को रोकने के लिए बिल्कुल तैयार है। जल्दी ही अवधेश खुद को रस्सियों से छुड़ाता है और कुहू को समझाता है, कि उसकी इस हरकत से मामला और बिगड़ सकता है, जिसके बाद कुहू दोबारा कुर्सी पर बैठ जाती है। हॉस्पिटल में, कुहू के पिता दरोगा से हंसिनी की लाश दिखाने की गुजारिश करते हैं, जिसे देव नारायण ठुकरा देता है। संजीव दरोगा और देव नारायण को कानून समझाता है और चंदल लाल यानी कुहू के पिता को हंसिनी की लाश के पास ले जाया जाता है। हालांकि, सिनात के वक़्त हंसिनी की जगह किसी और की लाश रहती हैं। वहीं बाहर संजीव और राजीव हंसिनी के लाश से मिले जेवरात के बारे में बात करते हैं, उनका मानना है, कि यह जेवरात हंसिनी की है ही नहीं।
अब सवाल यह उठता है, कि हंसिनी की लाश अगर हॉस्पिटल में नहीं है, तो वह है किधर? क्या हंसिनी जिंदा है या इसके पीछे किसी की कोई और चाल है? आपको क्या लगता है? हमें अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में बताए और अधिक अपडेट पाने के लिए बने रहे हमारे साथ।