Tose Nainaa Milaai Ke: बर्थडे पर राजीव का सच जानकर हैरान हुई कुहू

Tose Nainaa Milaai Ke Full Episode 137: बर्थडे पर कुहू के सामने आया राजीव का सच।
Tose Nainaa Milaai Ke: बर्थडे पर राजीव का सच जानकर हैरान हुई कुहू 40583

Tose Nainaa Milaai Ke Full Episode 137: दंगल टीवी (Dangal Tv) के लोकप्रिय धारावाहिक तोसे नैना मिलाई के (Tose Nainaa Milaai Ke) में दिलचस्प ड्रामे की एंट्री हुई है। शो में आप सभी देखेंगे कि राजीव रात में, कुहू के लिए एक डिनर डेट सेट करता है, जिसे जानने के बाद कुहू की खुशी सातवे आसमान पर पहुंच जाती है। राजीव नशे की मदद से कुहू के साथ प्यारी- प्यारी बाते करता है और उसके लिए सुहागरात का सेज सजाने का फैसला करता है। राजीव बिस्तर पर कुहू के लिए फूल बिछाने लगता है, जिसे देखकर हंसिनी चिढ़ जाती है। हंसिनी राजीव को दोबारा कुहू और संजीव के खिलाफ भड़काने की कोशिश करती हैं, मगर नशे में चूर राजीव हंसिनी की बातों में नहीं फंसता है। आखिर में, हंसिनी हार मानकर राजीव को अकेला छोड़ देती है और राजीव दोबारा कुहू के किए कमरा सजाने लगता है। जबकि दूसरी ओर कुहू को उसके पिता का कॉल आता है और वह उसे उसका बर्थडे विश करते हैं, जिसे सुनकर कुहू खुश हो जाती है।

कुहू के पिता कुहू से राजीव द्वारा मिले तोहफे के बारे में सवाल करते हैं, जिसपर कुहू कहती हैं, कि उसे आज बहुत कुछ मिल गया है। इसके अलावा कुहू के पिता उससे पूछते हैं, कि उसका जन्मदिन राजीव को पता है या नहीं? जिसपर कुहू का कहना है, कि राजीव उसके जन्मदिन से अनजाना है। कुहू की बातो को सुनने के बाद उसके पिता फैसला करते हैं, कि वह राजीव को कुहू के जन्मदिन के बारे में बताएंगे। जल्दी ही कुहू राजीव से मिलती है और वह अपना फूलों से सजा कमरा देखकर खुश हो जाती है। राजीव कुहू पर फूलों की बारिशें करने लगते हैं, जिसे देख कुहू बेहद खुश रहती है, मगर जल्दी ही राजीव शराब निकालता है और उसे बताता है, कि यह सब इसका कमला है। राजीव धीरे- धीरे कुहू के आगे अपनी सच्चाइयां बयां करता है, कि वह उसे प्यार करने के लिए शराब की मदद के रहा है। बस यही सच जानने के बाद कुहू खुशी दुख में तब्दील हो जाती है।

क्या राजीव के इस सच से घर में होगा कोई नया हंगामा? आपको क्या लगता है? हमें अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में बताए और अधिक अपडेट पाने के लिए बने रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।