Tose Nainaa Milaai Ke: कुहू पर लगा झूठा इल्जाम, पत्नी के समर्थन में उतरा राजीव

Tose Nainaa Milaai Ke Full Episode 171: कुहू पर लगा झूठा इल्जाम।
Tose Nainaa Milaai Ke: कुहू पर लगा झूठा इल्जाम, पत्नी के समर्थन में उतरा राजीव 42341

Tose Nainaa Milaai Ke Full Episode 171: दंगल टीवी (Dangal Tv) के लोकप्रिय धारावाहिक तोसे नैना मिलाई के (Tose Nainaa Milaai Ke) में दिलचस्प ड्रामे की एंट्री हुई है। शो में आप सभी देखेंगे कि देव नारायण हंसिनी को घर से बेघर करने की कोशिश करता है, जिसे कुहू रोक लेती है। कुहू का मानना है, कि मुकदमा अदालत में है और हंसिनी को बेघर करने से परिवार मुसीबत में फंस सकता है। सभी लोग फैसला करते हैं, कि हंसिनी घर में रहेगी, मगर वह खुद का काम खुद करेगी। बाद में, कुहू किचन में खाना बनाने लगती हैं, जिसकी महक घर में चारो ओर फैलने लगती है। हंसिनी खाने की महक से खुश हो जाती है और वह घर में काम करने वाली नौकरानी से खाना लाने के लिए कहती हैं, जिसे वह लाने से इंकार कर देती है। नौकरानी हंसिनी को बताती हैं, कि कुहू ने उसे हंसिनी की सेवा नहीं करने का आदेश दिया है। नौकरानी की बातो को सुनकर हंसिनी गुस्सा हो जाती है और वह उसपर हाथ उठा देती हैं, मगर मौके पर संजीव आकर सब कुछ संभाल लेता है और वह हंसिनी को उसकी जगह दिखाता है।

जबकि दूसरी ओर ख़ुशबू और शंभू देव नारायण को कुहू के खिलाफ भड़काते है। उनका मानना है, कि कुहू भी अपनी बहन यानी हंसिनी के साथ मिली हुई है, जिसके बाद देव नारायण का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच जाता है और वह कुहू को शक के घेरे में ले लेता है। वह कुहू से मिलता है और उसपर कई सारे आरोप लगाता है। जल्दी ही घर में, राजीव की एंट्री होती है और वह कुहू के समर्थन में उतरा है। वह घर में आईं मुसीबत का जिम्मेदार अपने पिता यानी देव नारायण को घोषित करता है, जिसे सुनने के बाद सभी लोग हैरान हो जाते हैं। राजीव कुहू को अपने साथ कमरे में लेकर जाता है और उससे माफी मांगता है, कि उसने कभी- भी उसे कुछ भी नहीं दिया। वहीं ख़ुशबू देव नारायण के कमरे में सजती संवरती है और वह देव नारायण के साथ हुई अपनी शादी के बारे में बात करती है। हालांकि, देव नारायण उसे समझता है, कि उन्हें इस बात को फिलहाल घर वालों से छिपाना है।

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विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।