Tose Nainaa Milaai Ke: कुहू ने राजीव से तोड़ा रिश्ता

Tose Nainaa Milaai Ke Full Episode 139: कुहू ने राजीव से तोड़ा रिश्ता।
Tose Nainaa Milaai Ke: कुहू ने राजीव से तोड़ा रिश्ता 40627

Tose Nainaa Milaai Ke Full Episode 139: दंगल टीवी (Dangal Tv) के लोकप्रिय धारावाहिक तोसे नैना मिलाई के (Tose Nainaa Milaai Ke) में दिलचस्प ड्रामे की एंट्री हुई है। शो में आप सभी देखेंगे कि कुहू राजीव की बीती बातो से परेशान हो जाती है और अपने बर्थडे के दिन खुद को जोकर के रूप में तैयार करती है। वह जोकर बनकर राजीव को अपने दिल की बात बताने की कोशिश करती है और सभी परिवार वालो के साथ डांस करती है। राजीव कुहू की बातो पर ध्यान देता है और वह समझ जाता है, कि उसकी बातों का कुहू पर बुरा असर पड़ा है। जबकि दूसरी ओर संजीव तलाक के कागजात बनवाकर हंसिनी की खोज करता है, मगर उस हंसिनी कहीं भी नहीं मिलती है। जल्दी ही संजीव के सामने प्रभा आती है और वह उसके हाथों में तलाक के कागजात देखकर हैरान हो जाती है। प्रभा का मानना है, कि हंसिनी को तलाक देकर संजीव उसे आजाद कर रहा है, जो राजीव और कुहू के रिश्तों के लिए अच्छा नहीं है।

प्रभा की बातों को सुनने के बाद संजीव हंसिनी को तलाक देने का फैसला टाल देता है और तलाक के कागजात फाड़ देता है। वहीं दूसरी ओर हंसिनी राजीव पर दोबारा डोरे डालने का प्रयास करती हैं। लेकिन, इस बार राजीव उसपर भड़क जाता है और उसे खुद से दूर रहने की सलाह देता है। हंसिनी संजीव से मिलकर तलाक के कागजात मांगती है, जिसके बाद संजीव उसे तलाक के चीथड़े दिखाता है, जिसे देखकर हंसिनी दंग रह जाती है। इसके अलावा राजीव कुहू से मिलता है और वह अपनी बातों के लिए उससे माफी मांगता है। वह माफी मांगते हुए कुहू के सामने रोने लगता है, मगर कुहू राजीव से कहती हैं, कि अब वह उसे राजीव के साथ सारे रिश्ते तोड़ने है। कुहू का मानना है, कि इस रिश्ते के टूटने से दोनों जन की भलाई होगी है। कुहू बातों ही बातों में राजीव को समझाती है, कि उसका बदसूरत रंग राजीव के दुख का कारण है, जिसके कारण कुहू ने यह फैसला लिया है।

क्या राजीव और कुहू होंगे अलग? आपको क्या लगता है? हमें अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में बताए और अधिक अपडेट पाने के लिए बने रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।