Tose Nainaa Milaai Ke: हंसिनी की हुई मौत, कुहू ने अपने सर लिया इल्जाम

Tose Nainaa Milaai Ke Full Episode 178: हंसिनी की हुई मौत, कुहू ने अपने सर लिया इल्जाम।
Tose Nainaa Milaai Ke: हंसिनी की हुई मौत, कुहू ने अपने सर लिया इल्जाम 42712

Tose Nainaa Milaai Ke Full Episode 177: दंगल टीवी (Dangal Tv) के लोकप्रिय धारावाहिक तोसे नैना मिलाई के (Tose Nainaa Milaai Ke) में दिलचस्प ड्रामे की एंट्री हुई है। शो में आप सभी देखेंगे कि जान्हवी रवि को फोन करती है और उससे मिलने की इच्छा जाहिर करती है। जल्दी ही जान्हवी कुहू को फोन करती हैं और उससे कहती हैं, कि वह खतरे में है। कुहू जान्हवी के लिए उसके द्वारा भेजे गए लोकेशन पर पहुंचती है और उसकी खोजबीन करती है। जबकि दूसरी ओर अवधेश और राजीव आपस में कुहू के लिए झगड़ते है। अवधेश राजीव को बताता है, कि उसने कुहू को घर से बाहर जाते हुए देखा है। राजीव को यह सब सुनने के बाद हंसिनी पर शक होता है, जिसके बाद वह संजीव की मदद से हंसिनी के लोकेशन का पता लगाता है।

वहीं कुहू जान्हवी को खोजते हुए एक गाड़ी के पास पहुंच जाती है। कुहू देखती है, कि जान्हवी रस्सी से बंधी हुई है, जिसके कारण वह उसे बचाने की कोशिश करती है। लेकिन, पीछे से हंसिनी आकर कुहू के गले पर चाकू रख देती है और उसे उसके साथ चलने के लिए कहती है। जान्हवी रवि को वीडियो कॉल करके बताती है, कि उसने कुहू को किडनैप कर लिया है। हंसिनी कुहू को पानी में कूदने के लिए कहती हैं, जिससे कुहू के मौत का इल्जाम हंसिनी पर न लगे। हंसिनी की बातो से कुहू को कोई भी फर्क नहीं पड़ता है, जिसके कारण वह कुहू पर बंदूक तान देती है। हालंकि, मौके पर राजीव आ जाता है और वह हंसिनी पर बंदूक तान देता है। हंसिनी बेहोश होने का नाटक करती है और पीछे से राजीव पर लोहे की रॉड से हमला करती हैं, जिससे वह बेहोश हो जाता है। कुहू यह सब देखकर भौखला जाती है और उससे हाथापाई शुरू कर देती है। हाथापाई के दौरान हंसिनी का पैर फिसल जाता है और वह पानी में गिर जाती है। कुहू हंसिनी की मौत का जिम्मेदार खुद को ठहराती है और पुलिस स्टेशन की ओर भागती है। वह पुलिस से कहती हैं, कि उसने उसकी बहन को मौत के घाट उतार दिया है। वहीं दूसरी ओर घर पर जान्हवी सभी घर वालो से कहती हैं, कि कुहू हत्यारी है और उसने हंसिनी का कत्ल कर दिया है।

अब देखना यह दिलचस्प होगा, कि कुहू किस परेशानी में उलझेगी? आपको क्या लगता है? हमें अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में बताए और अधिक अपडेट पाने के लिए बने रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।