Purnima: वत्सला के जाल में फंसा सिद्धार्थ, पूर्णिमा हुई परेशान

Purnima Full Episode 134: वत्सला के जाल में फंसा सिद्धार्थ, पूर्णिमा हुई परेशान।
Purnima: वत्सला के जाल में फंसा सिद्धार्थ, पूर्णिमा हुई परेशान 40485

Purnima Full Episode 134: दंगल टीवी (Dangal Tv) के लोकप्रिय धारावाहिक पूर्णिमा (Purnima) में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिल रहा है। शो में आप सभी ने अब तक देखा कि बबली और लवली पूर्णिमा को चुनौती देती हैं, कि वह उसकी जिंदगी बर्बाद कर देंगी। इसके अलावा वह कहती हैं, कि वह दोनों वत्सला का साथ देंगे, जिससे सिद्धार्थ पूर्णिमा की जिंदगी से दूर हो जाए। पूर्णिमा यह सब सुनती है और कमरे से बाहर आ जाती है। वह देखती है, कि वत्सला सिद्धार्थ से कहती हैं, कि वह उसके कप में चाय पिएगा तभी वह चाय पिएगी। इसके अलावा वह उसे यह भी बताती हैं, कि अगर वह चाय नहीं पीती है, तो उसका सर दर्द होता है, जिसका असर उसके पेट में पल रहे बच्चे पर भी होगा। साथ ही वह सिद्धार्थ से कहती हैं, कि वह उसका इंतज़ार कर रही है। बाद में, वत्सला के कमरे में, सिद्धार्थ पूर्णिमा के साथ जाता है और वत्सला के कप में चाय पीता है। वह वत्सला को बताता है, कि वह हर काम में अपनी पत्नी को जरूर शामिल रखेगा, जिसके बाद वत्सला नहीं योजना बनाती है। वह हॉस्पिटल में जाती है और डॉक्टर से कहती हैं, कि उसे अपने बच्चे की धड़कन सुनना है। डॉक्टर कहती हैं, कि आपके पति को भी बुलाओ। बस यही सुनने के बाद वत्सला के दिमाग में, नहीं योजना आती है और वह डॉक्टर की मदद से सिद्धार्थ को कॉल करवाती है। डॉक्टर सिद्धार्थ से कहती हैं, कि बच्चे की हालत खराब है, जिसके बाद वह हॉस्पिटल जाने के लिए निकलता है। जबकि दूसरी ओर पूर्णिमा इस बात से परेशान है, कि वत्सला किसी नई चाल के साथ सिद्धार्थ को परेशान ना करे।

अब आने वाले एपिसोड में, आप सभी देखेंगे कि सिद्धार्थ हॉस्पिटल के लिए रवाना होता है और वह हॉस्पिटल में जब पहुंचता है, तो डॉक्टर उसे वत्सला के कोख में पल रहे बच्चे की धड़कन की आवाज सुनाती है। डॉक्टर ने पहले से ही वत्सला और सिद्धार्थ के मोबाइल को बाहर रखवा दिया था, जिससे किसी का ध्यान न भटके। जबकि दूसरी ओर पूर्णिमा बेचैनी के साथ सिद्धार्थ के ऑफिस पहुंची है और उसे सभी लोग बताते हैं, कि सिद्धार्थ ऑफिस में नहीं है। बस यही बात सुनकर पूर्णिमा और भी ज्यादा परेशान हो जाती है। वहीं सिद्धार्थ अपने बच्चे की धड़कन को सुनकर भावुक हो जाता है।पूर्णिमा सिद्धार्थ के बाद वत्सला को कॉल ट्राय करती हैं, मगर दोनों अपने बच्चे की धड़कन को सुनने में व्यस्त रहते है, जिसके कारण वह कॉल नहीं उठा पाते। जल्दी ही सिद्धार्थ पूर्णिमा के कॉल को उठाता है और पूर्णिमा उससे पूछती हैं, कि वह कहा पर है? सिद्धार्थ पूर्णिमा से झूठ कहता है, कि वह ऑफिस में है, मगर पूर्णिमा उसे बताती है, कि वा खुद उसके ऑफिस में है। अब सिद्धार्थ इस बात से परेशान है, कि वह अगर पूर्णिमा को सच बता देगा, तो वह दोबारा कभी उसपर भरोसा नहीं करेगा। सिद्धार्थ ऑफिस जाता है और पूर्णिमा से झूठ कहता है। वहीं घर मंजू, बबली और लवली दरोगा से कहते हैं, कि सिद्धार्थ को पूर्णिमा और वत्सला दोनों को स्वीकार लेना चाहिए, जिससे पूरी समस्या ख़त्म हो जाए। लेकिन, दरोगा जी उनके बातो से चीड़ जाते हैं और वह इस बात पर अपनी मंजूरी नहीं देता है। रात में सभी लोग सोने जाते हैं, मगर सिद्धार्थ अपने बच्चे के बारे में सोचता रहता है। वहीं दूसरे कमरे में, वत्सला ड्रील मशीन चलाती है, जिसे सुनकर सिद्धार्थ उसके कमरे में जाता है। सिद्धार्थ उसे कहता है, कि यह मशीन से उसके बच्चे पर गलत असर पड़ेगा, जिसके बाद वत्सला सिद्धार्थ से दीवार में छेद मरवाती है। ड्रिल मशीन की आवाज से पूरा परिवार जाग जाता है और सभी वत्सला के कमरे में सिद्धार्थ को देखकर दंग रह जाते हैं। पूर्णिमा भी सिद्धार्थ को वत्सला के कमरे में देखकर हैरान हो जाती है।

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विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।