Meet Spoiler: शगुन ने अक्की की कलाई पर लगाई बम, श्लोक और सुमीत हुए परेशान

Meet Spoiler: जी टीवी के शो मीत में शगुन ने अक्की की कलाई पर बम बांध दिया है।
Meet Spoiler: शगुन ने अक्की की कलाई पर लगाई बम, श्लोक और सुमीत हुए परेशान 28406

Meet Spoiler: शशि सुमीत प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित ज़ी टीवी (Zee TV) के फिक्शन शो मीत (Meet) ने टेलीविजन से बांधे रखा है। पिछले एपिसोड के अनुसार, पूनम ने पूरे परिवार को आनंद की मौत की सबसे बयां की। पूनम श्लोक (सैयद रज़ा अहमद) से बात करने की कोशिश करती हैं, लेकिन वह किसी से भी बात करने के लिए राजी नहीं होता है और अपने कमरे की ओर भागता है। आनंद के निधन के चलते श्र्लोक सदमे का शिकार हो जाता है। श्लोक को सदमे से बाहर लाने के लिए, सुमीत (आशी सिंह) दुर्घटना के क्षण को फिर से दोहराने का फैसला करती है। हालाँकि, शगुन उसकी योजना में विफल हो जाती है और रौनक श्लोक का किडनैप कर लेता है।

बाद में, रौनक श्लोक को एक अलग हॉल में लाता है और उसे एक कांच के बक्से में बंद करता है। वह श्लोक की जान को खतरा बताता है और सुमीत को अपने पति को बचाने के लिए डांस करने के लिए कहता है। शगुन, पूनम को भी अपमानित करती है। रौनक ने सुमीत के साथ दुर्व्यवहार किया और वह मदद के लिए चिल्लाया। हालाँकि, श्लोक प्रतिक्रिया देने में विफल रहता है। रौनक का घटिया व्यवहार पूनम नहीं देख पाती और उसे थप्पड़ मार देती है। शगुन क्रोधित हो जाती है और अपने गुंडों को श्लोक को मारने का आदेश देती है।

अब आने वाले एपिसोड में, आप सभी देखेंगे कि सुमीत और पूनम शगुन से विनती करते हैं, कि वह श्लोक को कुछ न करें। लेकिन, रौनक की मांग हैं, कि पूनम उसके पैरों में गिरकर माफी मांगे, जिसके लिए वह तैयार हो जाती है। हालांकि, जैसे ही वह आगे बढ़ती हैं, श्र्लोक कांच का बक्सा तोड़ते हुए बाहर आता है। वह बाहर आता है और अपनी माँ को अपमान से बचाता है। श्लोक और सुमीत सफलतापूर्वक कार्य पूरा करते हैं और अक्की के जगह की जानकारी हासिल करते हैं। सुमीत और श्लोक अक्की को घर लाते हैं, लेकिन वह अजीबो-गरीब हरकतें करने लगता हैं, तो सुमीत को शक होने लगता है। शगुन ने अक्की की कलाई पर बम बांध दिया है और परिवार को इस बात की जानकारी नहीं है।

हे भगवान! अब आगे क्या होगा? जानने के लिए बने रहें हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।