Meet Spoiler: शगुन ने गुंडों को दिया श्लोक को जान से मारने का आदेश

Meet Spoiler: जी टीवी के शो मीत में आप सभी देखेंगे कि, रौनक का घटिया व्यवहार पूनम नहीं देख पाती और उसे थप्पड़ मार देती है। शगुन क्रोधित हो जाती है और अपने गुंडों को श्लोक को जान से मारने का आदेश देती है।
Meet Spoiler: शगुन ने गुंडों को दिया श्लोक को जान से मारने का आदेश 28277

Meet Spoiler: शशि सुमीत प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित ज़ी टीवी (Zee TV) के फिक्शन शो मीत (Meet) ने टेलीविजन से बांधे रखा है। पिछले एपिसोड के अनुसार, सुमीत और श्लोक जन्माष्टमी पर हांडी तोड़ने की तैयारियों में जुट जाते हैं। हालाँकि, श्लोक अपने पिता के वापसी के इंतजार में खोया रहता है। किंतु, सुमीत स्तिथि को संभालतीं है और उसे बहलाते हुए हांडी फोड़ने का फैसला करती हैं। शगुन एक स्मार्ट गेम खेलती है और श्लोक के पिता की मौत का सच उसके सामने लाती है। सच्चाई जानकर श्लोक टूट जाता है और नीचे गिर जाता है।

बाद में, पूनम ने पूरे परिवार को आनंद की मौत की सबसे बयां की। पूनम श्लोक (सैयद रज़ा अहमद) से बात करने की कोशिश करती हैं, लेकिन वह किसी से भी बात करने के लिए राजी नहीं होता है और अपने कमरे की ओर भागता है। आनंद के निधन के चलते श्र्लोक सदमे का शिकार हो जाता है। श्लोक को सदमे से बाहर लाने के लिए, सुमीत (आशी सिंह) दुर्घटना के क्षण को फिर से दोहराने का फैसला करती है। हालाँकि, शगुन उसकी योजना में विफल हो जाती है और रौनक श्लोक का किडनैप कर लेता है।

अब आने वाले एपिसोड में, रौनक श्लोक को एक अलग हॉल में लाता है और उसे एक कांच के बक्से में बंद करता है। वह श्लोक की जान को खतरा बताता है और सुमीत को अपने पति को बचाने के लिए डांस करने के लिए कहता है। शगुन, पूनम को भी अपमानित करती है। रौनक ने सुमीत के साथ दुर्व्यवहार किया और वह मदद के लिए चिल्लाया। हालाँकि, श्लोक प्रतिक्रिया देने में विफल रहता है। रौनक का घटिया व्यवहार पूनम नहीं देख पाती और उसे थप्पड़ मार देती है। शगुन क्रोधित हो जाती है और अपने गुंडों को श्लोक को मारने का आदेश देती है।

हे भगवान! क्या श्लोक की जान सुमीत बचा पाएगी? हमें अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में बताएं और अधिक अपडेट प्राप्त करने हेतु जुड़े रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।