Mann Sundar Spoiler: अग्नि का हुआ ऐक्सिडेंट, नाहर-रूही हैरान

Mann Sundar Today Episode 02 August 2024: मन सुंदर में मजेदार ड्रामे की एंट्री हुई है, जहां अग्नि तेज रफ्तार कार की चपेट में आ गई है और यह सब देखकर रूही-नाहर हैरान हो गए है।
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Mann Sundar Episode 954: दंगल चैनल के लोकप्रिय धारावाहिक मन सुंदर में गजब के ड्रामे की एंट्री हुई है, जहां आप सभी देखेंगे कि नाहर ने अग्नि का भंडाफोड़ कर दिया है। नाहर द्वारा अग्नि पर लगाए गए इल्जाम के कारण अग्नि घर छोड़कर चली जाती है। जबकि रूही अग्नि को घर से जाता देख रोने लगती है और वह नाहर से कहती हैं, कि अग्नि के कोख में उनका बच्चा पल रहा है। लेकिन, नाहर रूही को समझाता है, कि अग्नि का घर से चले जाना ही रूही के लिए फायदेमंद है। दूसरी ओर अग्नि रोड़ पर भटकती रहती है और तभी नाहर की दादी अग्नि से मिलकर नई योजना तैयार करती है। वह अग्नि से कहती हैं, कि उन्हें मिलकर अग्नि को नाहर और परिवार के सामने बेगुनाह घोषित करना होगा।

रात में दादी चोरी-छिपे अग्नि को घर में लेकर आती हैं, मगर रूही इनकी हलचल भाप लेती है और स्टोर रूम में देखने जाती है। रूही दादी और अग्नि को देखे उसके पहले वे दोनों छिप जाते हैं। दादी और अग्नि मिलकर बचे हुए घी में भी पेट्रोल मिलाते हैं, जिससे अग्नि पर लगा इल्ज़ाम मिट जाए। अगले दिन सुबह नाहर की पड़ोसी घी का डब्बा लेकर आती है और गोयनका परिवार से कहती है, कि उनके घर पेट्रोल मिला हुआ घी आ गया है। यह सब सुनकर दादी सभी से कहती हैं, कि अग्नि बेगुनाह थी। दरअसल, दादी ने ही इस पड़ोसी को भेजा था। नाहर और रूही को अपनी गलती का एहसास होता है और वे अग्नि को कॉल करते हैं, मगर उसका फोन नर्श उठाती है। वह नाहर और रूही से कहती हैं, कि अग्नि सोनोग्राफी कराने के लिए हॉस्पिटल आईं हुई है, जिसके बाद वे दोनों भी हॉस्पिटल पहुंच जाते हैं। लेकिन, जब रूही और नाहर हॉस्पिटल पहुंचते हैं, तो उन्हें पता चलता है, कि अग्नि पहले ही हॉस्पिटल से जा चुकी है।

इसलिए वह अग्नि का पता लेकर उसे खोजते हुए निकलते हैं और तभी रास्ते में उन्हें भारी भीड़ दिखती है। भीड़ के बीच में अग्नि रोड पर लहू-लुहान हालत में पड़ी रहती है और सभी लोग बताते हैं, कि अग्नि तेज रफ्तार कार की चपेट में आ गई थी। अब नाहर और रूही और भी ज्यादा परेशान हो चुके हैं।

क्या कार ऐक्सिडेंट भी अग्नि की चाल का हिस्सा है? आपको क्या लगता है? हमें अपनी राय नीचे कमेंट में बताए और अधिक अपडेट पाने के लिए बने रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।