Mann Sundar: नाहर की होगी दूसरी शादी, अग्नि के सामने आई रूही की हकीकत

Mann Sundar Full Episode 799: सोनी कराएगी नाहर की दूसरी शादी।
Mann Sundar: नाहर की होगी दूसरी शादी, अग्नि के सामने आई रूही की हकीकत 42346

Mann Sundar Full Episode: दंगल टीवी (Dangal Tv) के लोकप्रिय धारावाहिक मन सुंदर(Mann Sundar) में दिलचस्प ड्रामे की एंट्री हुई है। शो में, आप सभी देखेंगे कि रूही के हाथ नाहर के जूस में मिलाई गई गोली लगती हैं, जिसके बारे में वह पता करने का फैसला करती है। वहीं दूसरी ओर सोनी बार- बार नाहर और अग्नि की दोस्ती के बारे में सोचकर परेशान होती है। सोनी का मानना है, कि उससे नाहर के लिए जीवनसाथी चुनने में बहुत बड़ी गलती हुई है। हालांकि, अब वह अपने इस गलती को सुधारने का फैसला करती है और वह सभी लोगो के सामने प्रण लेती हैं, कि वह नाहर की दूसरी शादी करवाएगी। रूही यह सब सुनकर परेशान हो जाती है और अंदर ही अंदर रोने लगती है। जबकि दादी और अग्नि सोनी की बात सुनकर खुश हो जाते हैं।

लेकिन, नाहर सोनी के फैसले के खिलाफ है और वह सभी से कहता है, कि वह दूसरी शादी नहीं करने वाला है। सोनी भी सभी से कहती हैं, कि वह रूही को एक मौका देगी, अगर रूही घर में लौट आती है तो ठीक है, नहीं तो वह नाहर की दूसरी शादी रचाई जाएगी। किन्तु, दादी सोनी को समझाती है, कि इतने बड़े फैसले पर आने से पहले उन्हें नाहर से बातचीत करनी चाहिए। दादी की योजना है, कि उन्हें पहले नाहर के दिल से रूही को बाहर निकालना है। रूही अपने कमरे में, जाकर रोने लगती है और वह अपनी योजना के बारे में सोचती है। वह फैसला करती हैं, कि वह अग्नि के कमरे में जाकर उस गोली के बारे में जानकारी निकलेगी और उसके तह तक जाएगी। वह अग्नि के कमरे की जांच पड़ताल करती है और उसे वहां कुछ भी नहीं मिलता है। इसके अलावा उसे घर का दरवाजा खुला दिखता है, जिसके बाद उसे लगता है, कि घर में चोर घुसा है। अग्नि चोरी-छिपे नशीली दवाइयों को ठिकाने लगाती रहती है, मगर रूही अनजाने में उसे चोर समझती है। जल्दी ही रूही और अग्नि आमने सामने आ जाते हैं, जिससे दोनों का भंडफोड़ हो जाता है।

क्या रूही को पता चलेगी अग्नि की हकीकत? आपको क्या लगता है? हमें अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में बताए और अधिक अपडेट पाने के लिए बने रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।