Mann AtiSundar: सुजाता ने बिगाड़ा राधिका के ठेले का खाना

Mann AtiSundar Full Episode 191: सुजाता ने बिगाड़ा राधिका के ठेले का खाना।
Mann AtiSundar: सुजाता ने बिगाड़ा राधिका के ठेले का खाना 40797

Man AtiSundar Full Episode: दंगल टीवी (Dangal Tv) के लोकप्रिय धारावाहिक मन अतिसुंदर (Mann AtiSundar) में दिलचस्प ड्रामे की एंट्री हुई है। शो में आप सभी देखेंगे कि दिव्यम को खबर लगती हैं, कि उनके आगरा वाले फैक्ट्री में आग लग गई है, जिसके कारण उन्हें तुरंत वहां के लिए रवाना होना पड़ता है। दिव्यम के जाने बाद राधिका घर पर आती हैं, जिसपर बुआ का गुस्सा फुट पड़ता है और वह उसे खूब खरी खोटी सुनाती है। बुआ राधिका से कहती हैं, कि उसने अपने चुनौती के लिए घर की इज्जत दाव पर लगा दी। राधिका जैसे ही बुआ को अपनी कमाई देती हैं, वह वैसे ही उन पैसों को फेंक देती है। लेकिन, जल्दी ही राधिका सभी घर वालो को समझाने में सफल रहती हैं, कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नही होता है। इसके अलावा राधिका बुआ को अपने कमाई की ढाई हजार रुपए दिखाती है और वह कहती है, कि वह बचे हुए पैसे भी 2 दिन में कमा लेगी और परीक्षा पास कर लेगी।

जबकि दूसरी ओर कली इस बात से परेशान है, कि अगर राधिका भी कमाई करने लगेगी, तो घर में उसकी इज्जत और कम हो जाएगी। राधिका को दिव्यम का विडियो कॉल आता है और राधिका दिव्यम को पूरा सच बताती हैं, जिसपर दिव्यम उसकी तारीफ करते हुए फिक्र जताता है। राधिका अपने काम की तैयारी में जुट जाती है और खाने को पैक करने के लिए किचन से बाहर आती है। राधिका के जाने के बाद सुजाता उसके खाने के मिर्च पाउडर और नमक मिला देती हैं, जिससे राधिका का धंधा बिगड़ जाए। हालांकि, राधिका को बर्तन गिरने की आवाज आ जाती हैं, जिसे देखने के लिए वह किचन में आती है। परन्तु, सुजाता राधिका के आने से पहले ही किचन से बाहर निकल जाती है और अपनी चाल पर खुश होती है। राधिका खाना पैक करने लगती हैं, तो वह थोड़ा सा खाना गोलू को चखने के लिए देती हैं, जिसके बाद उसे पता चलता है, कि खाना बिगड़ गया है। राधिका खाने को फिर से ठीक करती है और गोलू के साथ बाजार के लिए निकल जाती है। बाजार में, पुलिस वाले राधिका और गोलू को रोक लेते हैं और वह उनसे घुश मांगने लगते है। उस दौरान पीछे से कोई राधिका के टिफिन में कुछ मिला देता है।

हे भगवान! क्या राधिका अपनी परीक्षा में पास हो पाएगी? आपको क्या लगता है? हमें अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में बताए और अधिक अपडेट पाने के लिए बने रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।