Mann AtiSundar: कली ने पलटी बाजी, दिव्यम के साथ सात फेरे लेने को तैयार

Mann AtiSundar Full Episode 177: दिव्यम के साथ सात फेरे लेने के लिए मंडप में पहुंची कली।
Mann AtiSundar: कली ने पलटी बाजी, दिव्यम के साथ सात फेरे लेने को तैयार 40175

Man AtiSundar Full Episode: दंगल टीवी (Dangal Tv) के लोकप्रिय धारावाहिक मन अतिसुंदर (Mann AtiSundar) में दिलचस्प ड्रामे की एंट्री हुई है। शो में आप सभी देखेंगे कि कली की हल्दी में शन्नो भी आती हैं, जिसके हाथों में राधिका के कंगन रहते है। राधिका अपने कंगन को देख लेती है और शन्नो का पीछा करती है। राधिका शन्नो का पीछा करती हैं, तो उसे रास्ते में दिव्यम मिलता है। दिव्यम राधिका से कई सारे सवाल करता है, जिसे भटकाने के बाद राधिका शन्नो के पीछे भागती है। शन्नो के घर में जाते ही राधिका उसके घर में झांकती है, जिसे शन्नो के पति और जीजा देख लेते हैं। राधिका को देखकर वे दोनों छुप जाते हैं और शन्नो राधिका के लिए आगाह कर देते हैं।

शन्नो घर के बाहर आकर राधिका से सवाल करती हैं, जिसके विपरीत राधिका उसके हाथो में मौजूद कंगन के बारे में सवाल करती हैं। शन्नो राधिका को बहलाने में सफल होती है और राधिका लौट जाती है। राधिका को रास्ते में, शन्नो के भाई का मोबाइल गिरा हुआ मिलता है। जबकि दूसरी ओर कली के मुंह पर लगा हल्दी निकालता ही नहीं है। कविता और सुजाता यह सब देखकर खुश होती हैं, मगर वह इस बात से अनजान रहती हैं, कि कली ने उन्हें कांच में देख लिया है। राधिका को पूजा की थाली दिव्यम के कमरे में रखने के लिए दिया जाता है, जहां दिव्यम राधिका पर भड़क जाता है और थाली फेंक देता है। थाली का सिन्दूर राधिका के मांग में गिरता है, जिससे राधिका को भरोसा हो जाता हैं, कि दिव्यम की शादी टल जाएगी। कविता और सुजाता कली को पूछते हैं, कि उसकी योजना क्या है? कली उन्हें कहती हैं, कि आज शादी के पहले भाग जाएगी, जिससे शादी टल जाएगी। इसके अलावा राधिका शन्नो के भाई के फोन से बॉस को कॉल करती हैं, जिसे कली उठाती है। मगर कली को भनक लग जाती हैं, जिसके बाद वह अपने फोन को बंद करके रख देती है। जल्दी ही दिव्यम को शादी के मंडप में बुलाया जाता है। इसके अलावा जयमाल के लिए वधू के रूप में कली भी बाहर आती हैं, जिसे देखकर सभी के होश उड़ जाते हैं।

क्या राधिका के आंखो के सामने होगी दिव्यम और कली की शादी?आपको क्या लगता है? हमें अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में बताए और अधिक अपडेट पाने के लिए बने रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।