Man AtiSundar: दिव्यम के लिए राधिका ने उठाया बड़ा कदम

Man AtiSundar Full Episode 129: दिव्यम के लिए राधिका ने उठाया बड़ा कदम।
Man AtiSundar: दिव्यम के लिए राधिका ने उठाया बड़ा कदम 37266

Man AtiSundar Full Episode: दंगल टीवी (Dangal Tv) के लोकप्रिय धारावाहिक मन अतिसुंदर(Man AtiSundar) में दिलचस्प ड्रामे की एंट्री हुई है। शो में आप सभी ने अब तक देखा कि दिव्यम की हालत बिगड़ जाती है, जिसके बाद सभी परेशान हो जाते हैं। इसके अलावा सभी के दिल में सवाल उठता है, कि यह किसका कराया धराया है? राधिका सभी से कहती है, कि उसे पता है, कि यह हरकत किसने किया है। सभी के पूछे जाने पर वह स्वामी का नाम लेती है, जिसके बाद दिव्यम स्वामी पर भड़क जाता है और जमकर पिटाई करता है। मार खाने के बाद स्वामी सभी से कहता है, कि इस योजना में उसके साथ राधिका भी शामिल थी। मगर सुजाता स्वामी को झूठा करार देती है और जोरदार थप्पड़ मारती है। बाद में, दिव्यम अपने बेडरूम में आराम करने जाता है और उसके देखभाल की जिम्मेदारी कली को सौंपी जाती है। लेकिन, कली कमरे से निकल जाती है और वहां दिव्यम की हालत बिगड़ जाती है। हालांकि, मौके पर राधिका आकर सब कुछ संभाल लेती है, जिसके लिए सुजाता उसका आभार व्यक्त करती है।

अब आने वाले एपिसोड में, आप सभी देखेंगे कि बुआ जी और सुजाता कली को फटकार लगाते हैं। हालांकि, कली सभी से झूठ कहती है, कि उसने दिव्यम के लिए उपवास रखा है। बाद में, कली को दिव्यम के देखभाल करने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। जल्दी ही राधिका दिव्यम और कली के लिए खाना लेकर आती है, मगर सुजाता कली के खाने को यह कहकर लौटा देती है, कि कली का उपवास है। राधिका अपने हाथो से दिव्यम को खाना खिलाती है और दिव्यम भी खुशी- खुशी खाना खाता है। जबकि दूसरी ओर भूखी कली किसी बहाने किचन में जाती है और खाने की थाली को चोरी छिपे लेकर बेडरूम में जाने लगती है। लेकिन, वह राधिका से टकरा जाती है और उसका खाना नीचे गिर जाता है। कली की नासमझी देखकर राधिका फैसला करती है, कि वह दिव्यम के कमरे के बाहर सोएगी, जिससे वह दिव्यम की मदद कर सके। रात में दिव्यम की तबीयत बिगड़ती है और वह टेबल से टकरा जाता है। दिव्यम की हालत बिगड़ती देख राधिका उसे बचाने के लिए भागती है।

अब देखना यह दिलचस्प होगा कि क्या राधिका दिव्यम के दिल में जगह बना पाएगी? आपको क्या लगता है? आपको क्या लगता है? हमें अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में बताए गए हैं और अधिक अपडेट पाने के लिए बने रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।