ज़ी टीवी का शो कुंडली भाग्य अपने दिलचस्प किरदारों और मनोरंजक कहानियों से दर्शकों का मनोरंजन करता रहता है। इसका निर्माण एकता कपूर ने बालाजी टेलीफिल्म्स के तहत किया है। शौर्य (बसीर अली) सबके सामने बेनकाब हो गया है क्योंकि उन्हें पता चला है कि उसने झुग्गीवासियों के घर बर्बाद कर दिए और उन पर झूठे आरोप लगाए। राखी शौर्य की जिम्मेदारी प्रीता (श्रद्धा आर्या) को सौंपती है और उससे उसमें संस्कार डालने के लिए कहती है।
आने वाले एपिसोड में प्रीता भावुक हो जाती है और वह कहती है कि जब भी वह गलती करेगा तो वह शौर्य को इसी तरह सजा देगी। करण (शक्ति आनंद), निधि और अन्य घरवाले चौंक गए। प्रीता शौर्य के हाथों पर डंडे से मारती है, जिससे वह टूट जाता है।
बाद में, निधि शौर्य से भिड़ती है और उसे ताना मारती है। शौर्य निराश है, और वह निधि से कहता है कि ऐसा लगता है कि वह राजवीर (पारस कलनावत) की मासी से बात कर रहा है, न कि उसकी माँ से; वह राजवीर की दो मासी को बर्दाश्त नहीं कर सकता, जिससे निधि नाराज हो जाती है। दूसरी ओर, शनाया पालकी (अद्रिजा रॉय) का सामना करती है और अपनी चिंता साझा करती है कि घर में हर कोई ऐसा व्यवहार कर रहा है जैसे प्रीता शौर्य की मां है। पालकी एक चौंकाने वाला खुलासा करती है कि प्रीता शौर्य की जैविक मां है।
दूसरी पीढ़ी के मुख्य किरदारों में पारस कलनावत, अद्रिजा रॉय और बसीर अली अभिनीत, यह शो उतार-चढ़ाव से भरी श्रद्धा आर्य और शक्ति आनंद (पहली पीढ़ी के नायक) की प्रेम कहानी को दर्शाता है। करण और प्रीता अलग हैं क्योंकि प्रीता ने अपनी याददाश्त खो दी है; यह देखना दिलचस्प होगा कि उन्हें वापस एक साथ लाने के लिए चीजें कैसे आगे बढ़ेंगी।