बालाजी टेलीफिल्म्स के तहत एकता कपूर द्वारा निर्मित ज़ी टीवी के लोकप्रिय शो कुंडली भाग्य में दर्शकों ने करण (शक्ति आनंद) और प्रीता (श्रद्धा आर्या) के इर्द-गिर्द घूमता दिलचस्प ड्रामा देखा है। करण प्रीता के लिए उपवास रखने का फैसला करता है क्योंकि वह जीवन के लिए संघर्ष कर रही है। निधि हैरान है, और वह करीना से पूछती है कि करण के जीवन में प्रीता से छुटकारा पाने के लिए उसे क्या करना चाहिए।
आने वाले एपिसोड में, शनाया शौर्य (बसीर अली) के कमरे में आती है और उसे बताती है कि राजवीर (पारस कलनावत) पालकी (अद्रिजा रॉय) के लिए करवा चौथ का व्रत रख रहा है। लेकिन इसका शौर्य पर कोई असर नहीं पड़ता। बल्कि, वह शनाया को सलाह देता है कि वह उसके लिए ऐसी पागलपन भरी हरकतें न करे। शनाया परेशान और भ्रमित दिखती है।
दूसरी तरफ, करण प्रीता के बारे में चिंता करता है और उससे मिलने आता है। जैसे ही वह अंदर जाता है, करण को कमरे में कोई नहीं मिलता और प्रीता गायब हो जाती है, जिससे करण हैरान रह जाता है। वह सोचता है कि प्रीता कैसे कहीं जाएगी क्योंकि वह कहीं जाने की स्थिति में नहीं है और फिर वह कुछ सोचती है, जिससे एक गहन क्षण पैदा होता है। शौर्य को राजवीर और पालकी की केमिस्ट्री से जलन होती है।
अब करण प्रीता को कैसे बचाएगा?
दूसरी पीढ़ी के मुख्य किरदारों पारस कलनावत, अद्रिजा रॉय और बसीर अली द्वारा अभिनीत, यह शो श्रद्धा आर्या और शक्ति आनंद (पहली पीढ़ी के मुख्य किरदार) की प्रेम कहानी को उतार-चढ़ाव से भरा हुआ दिखाता है। करण और प्रीता अलग हो गए हैं क्योंकि प्रीता अपनी याददाश्त खो चुकी है; यह देखना दिलचस्प होगा कि उन्हें वापस एक साथ लाने के लिए चीजें कैसे बदल जाएंगी।