Kundali Bhagya: पलकी ने किया वरुण का पर्दाफाश, करण और काव्या हुए हैरान

Kundali Bhagya Upcoming Twist: पलकी, हताश होकर काव्या को बताती है कि वरुण एक अच्छा इंसान नहीं है। इस पर, काव्या पलकी से रुकने का अनुरोध करती है क्योंकि वह वरुण से शादी करने जा रही है। पलकी चौंकाने वाला खुलासा करती है कि वरुण पहले से ही शादीशुदा है, और उसकी पहली पत्नी का नाम आलिया है।
Kundali Bhagya: पलकी ने किया वरुण का पर्दाफाश, करण और काव्या हुए हैरान 50397

Kundali Bhagya Upcoming Twist 27 July: बालाजी टेलीफिल्म्स द्वारा निर्मित ज़ी टीवी के लोकप्रिय धारावाहिक कुंडली भाग्य में दर्शकों ने वरुण द्वारा आलिया को किडनैप करने का एक रोमांचक ड्रामा देखा। वहीं राखी, काव्या से वरुण के गायब होने पर सवाल करती है। दूसरी ओर, पलकी (अद्रिजा रॉय) और प्रीता (श्रद्धा आर्या) आलिया की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं क्योंकि गुंडे उसे अपने साथ ले जाते हैं। बाद में, वरुण संगीत समारोह के लिए लूथरा हाउस लौटता है। इसके अलावा वह परिवार वालों को लंदन में अपने पिता के नकली अपहरण की कहानी सुनाता है, जिसपर किसी को भी भरोसा नहीं होता है। लेकिन, राजवीर (पारस कलनावत) सभी से कहता है, कि उसे यह सब बस एक मजाक लग रहा है। राजवीर इस बात को झूठा करार देता है और कहता है, कि वरुण को अपने किसी भरोसेमंद और करीबी से इस बारे में जानकारी लेनी चाहिए।

अब आने वाले एपिसोड में, आप देखेंगे कि पलकी और प्रीता किसी तरह खुद को छुड़ा लेती हैं। वे जल्द ही काव्या को बचाने के लिए लूथरा हाउस पहुंच जाती हैं। दूसरी तरफ, वरुण की नकली मां प्रीता को उनके रास्ते से हटाने के लिए निधि से हाथ मिलाती है। इसी बीच, संगीत समारोह के बीच अपहरण का मामला अफरा-तफरी मचा देता है।

बाद में, वरुण अपने पिता को बचाने का नाटक करते हुए संगीत से भागने की कोशिश करता है। लेकिन राजवीर और शौर्य (बसीर अली) उसे रोकते हैं, जैसे कि उन्हे वरुण के असली इरादों की जानकारी मिल चुकी है। पलकी, हताश होकर काव्या को बताती है कि वरुण एक अच्छा इंसान नहीं है। इस पर, काव्या पलकी से रुकने का अनुरोध करती है क्योंकि वह वरुण से शादी करने जा रही है। पलकी चौंकाने वाला खुलासा करती है कि वरुण पहले से ही शादीशुदा है, और उसकी पहली पत्नी का नाम आलिया है। यह सुनकर करण (शक्ति आनंद) गहरे सदमे में चला जाता है जबकि काव्या सदमे में कुछ भी नहीं समझ पाती है। घरवाले खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं, वहीं शौर्य गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच जाता है।

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विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।