Anupamaa Spoiler Alert: अनुपमा को बर्बाद करने में इस शख्स का बड़ा हाथ, टीटू के खिलाफ वनराज को मिली खास जानकारी

Anupamaa episode preview: स्टार प्लस के लोकप्रिय धारावाहिक अनुपमा में डिंपी ने सभी से कह दिया है, कि वह अनुपमा के बगैर शादी नहीं करेगी, जिसके कारण अनुपमा भारत जा रही है। इसके अलावा वनराज के हाथ टीटू के खिलाफ कोई बड़ा सबूत लगा है, जिसके कारण वह अनुपमा को भारत आने देना चाहता है।
Anupamaa Spoiler Alert: अनुपमा को बर्बाद करने में इस शख्स का बड़ा हाथ, टीटू के खिलाफ वनराज को मिली खास जानकारी 47754

Anupamaa episode preview Ep 1303 31st May: राजन शाही के डायरेक्टर कट द्वारा निर्मित स्टार प्लस के लोकप्रिय धारावाहिक अनुपमा (Anupamaa) ने दर्शकों को मनोरंजन का स्वाद चखाना जारी रखा है। जैसा कि दर्शको को पता है, कि अनुपमा (रूपाली गांगुली) और यशदीप की स्पाइस एंड चटनी बर्बाद हो गई है और साथ में दोनों के बिजनेस डील भी टूट गए हैं। जबकि दूसरी ओर डिंपी जिद पकड़कर बैठ गई है, कि अगर अनुपमा नहीं आएगी, तो वह शादी नहीं करेगी। अनुपमा बिना किसी को ठेस पहुंचाएं अपने मुल्क जाना चाहती है, जिसके कारण अनुज (गौरव खन्ना) भावुक हो जाता है।

अनुपमा को बर्बाद करने के लिए गुलाटी और राहुल ने मिलाया था हाथ

सीरियल गॉसिप की नई रिपोर्ट के मुताबिक, मिस्टर गुलाटी के कारण अनुपमा का खिताब उसके हाथो से चला गया है और उसका जमा जमाया कारोबार बर्बाद हो गया है। गुलाटी ने राहुल की मदद से फूड क्रिटिक के खाने में कॉकरोच डलवाया था, जिससे सभी का शक तोषू पर जाए। हालांकि, इस बात से हर कोई अनजाना है, कि इस कॉकरोच में गुलाटी और राहुल का हाथ है।

टीटू के खिलाफ वनराज को मिला सबूत

जैसा कि आप सभी जानते हैं, कि वनराज टीटू और डिंपी की शादी के खिलाफ है। वह टीटू के दोस्त की मदद से टीटू से जुड़े कई रहस्यों के बारे में पता लगाता है, जिसके बाद उसने फैसला कर लिया है, कि यह शादी नहीं हो पाएगी। वह अनुपमा के सामने टीटू का भंडाफोड़ करने की योजना में है।

भारत लौटेगी अनुपमा

अनुपमा ने अमेरिका को अलविदा कहने की हिम्मत जुटा लिया है। वह सभी से अपने गलतियों के लिए माफी मांगती है और भारत जाने का फैसला करती है। अनुपमा के पीछे-पीछे अनुज भी भारत आने वाला है और अपने साथ आध्या को भी लेकर आएगा।

अब क्या आगे क्या होगा? जानने के लिए जुड़े रहे मनोरंजन न्यूज के साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।