Anupama Spoiler Alert: अनुपमा को बर्बाद करने में परितोष का बड़ा हाथ, किंजल को दी चुनौती

Anupamaa Spoiler Alert: स्टार प्लस के लोकप्रिय धारावाहिक अनुपमा में परितोष ने किंजल और अनुपमा को चुनौती दी है।
Anupama Spoiler Alert: अनुपमा को बर्बाद करने में परितोष का बड़ा हाथ, किंजल को दी चुनौती 46984

Anupamaa Ep 1289 17th May Spoiler: राजन शाही के डायरेक्टर कट द्वारा निर्मित स्टार प्लस के लोकप्रिय धारावाहिक अनुपमा (Anupamaa) ने दर्शकों को मनोरंजन स्वाद चखाना जारी रखा है। जैसा कि दर्शको को पता है, कि अनुपमा (रूपाली गांगुली) ने यशदीप के साथ मिलकर फिर से स्पाइस एंड चटनी को शुरू कर दिया है। अनुपमा ने अपने रेस्टोरेंट में तोषू को भी वेटर की नौकरी दे दी है, मगर परितोष यानी तोषू अपनी मां के व्यवहार से शर्मिंदगी महसूस करता है। अनुपमा ने उसके टिप को भी जमा कर लिया है, क्योंकि उसके यहां का कायदा है, कि टिप पूरे स्टाफ में बांटा जाता है। इसके अलावा तोषू के नजरों के सामने किंजल और परी भी रहती हैं, जब वह होटल में काम करता है। वह अपनी बीवी और बेटी से नजरें मिलाने से बचता है।

परितोष ने किंजल और अनुपमा को चुनौती दी

तोषू घर लौटने के दौरान परी के लिए महंगा गिफ्ट लेकर आता है, जिसे देखकर किंजल उससे सवाल करती है। हालांकि, तोषू उससे उसके खुशी के बारे में भी सवाल करता है, जिसपर उसे जानकारी मिलती है, कि किंजल की तरक्की हो गई है। तोषू बीवी को मिली तरक्की से जल जाता है और उसपर तानों का तंज कस्ता है। वह किंजल को चुनौती देता है, कि वह अनुपमा के रेस्टोरेंट के सामने उससे बड़ा रेस्टोरेंट खोलेगा और सास-बहू से ज्यादा कमाई करके दिखाएगा।

अनुपमा के रेस्टोरेंट में होगी तोड़फोड़

स्टार प्लस ने अनुपमा के नए प्रोमो को शेयर किया है, जिसमें अनुपमा अपने रेस्टोरेंट में अपने जीते हुए खिताब को सजाकर रखती है। जल्दी ही उसे रेस्टोरेंट पर पत्थरबाजी शुरू हो जाती हैं, जिसे देखकर वह घबरा जाती है। अनुपमा अनजान है, कि उसके साथ हो क्या रहा है। वह सब कुछ समझने की कोशिश करेगी। जबकि मीडिया वाले भी अनुपमा के खिलाफ न्यूज चलाते हैं, जिसके कारण उसके परिवार वालों को शर्मिंदगी महसूस होती है। यशदीप भी अनुपमा से चिढ़ चुका है और वह इन सब का कसूरवार उसे घोषित करता है।

अब आगे क्या होगा? जानने के लिए बने रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।