स्टार प्लस के इमली में हुई ज़ोहेब सिद्दीकी की एंट्री, इमली और अथर्व के जीवन में आएगा नया ड्रामा

Zohaib Siddhiqui has entered the show Imlie as Dhairya: ज़ोहैब सिद्दीकी ने स्टार प्लस के शो इमली में धैर्य के रूप में प्रवेश किया है।
Zoheb Siddiqui's entry in Imlie of Star Plus, new drama will come in Imlie and Atharv's life 7552

सीरीयल इमली टीवी की दुनिया का एक बेहद जाना माना शो है जिसे खूब पसंद किया जा रहा है। दर्शक इमली और अथर्व पर प्यार बरसा रहे हैं। लीप के बाद इस शो में एक बड़ा मोड़ आया है। इस शो के मेघा चक्रवर्ती और करण वोहरा प्रोटागोनिस्ट की भूमिका में हैं जबकि सीरत कपूर नेगेटिव रोल में हैं। यह शो फिलहाल चीनी के इर्द-गिर्द घूम रहा है जो इमली और अथर्व को अलग करने की कोशिश कर रही है।

शो का मौजूदा ट्रैक चीनी के परिवार के सामने बेनकाब होने के इर्द-गिर्द घूम रहा है, जहां उसने अपने गुनाहों और कर्मो को कबूल किया है, पर फिर भी वह अथर्व से शादी करना चाहती थी। अथर्व को जीतने और उससे शादी करने के लिए, चीनी परिवारों का किडनैप कर लेती है और उन्हें बंधक बना लेती है, जहां यह देखा जा सकता है कि चीनी, अथर्व को उससे शादी करने के लिए मजबूर करती है। इस सब के बीच, इमली आती है और अथर्व और परिवार को बचाती है। अथर्व और इमली मिलकर गुंडों से लड़ते हैं और अपनी शादी के कसमें-वादें लेते हैं, जिससे उनकी शादी को एक और मौका मिलता है। लेकिन टीटी की रंगीन दुनिया में हर हैप्पी प्लॉट एक दिलचस्प मोड़ के साथ आता है। यहां भी कुछ ऐसा ही हुआ है। ज़ोहेब सिद्दीकी ने इमली में धैर्य के रूप में एंट्री की है। वह शो में एक दिलचस्प किरदार निभाएंगे और इमली और अथर्व के जिंदगी को ड्रामा से भर देंगे।

ऐसे में शो में अपनी एंट्री को लेकर एक्साइटेड ज़ोहेब सिद्धिकी ने साझा किया, “धैर्य सेल्फ मेड और कड़ी मेहनत करने वाला व्यक्ति है जो समानता में विश्वास रखता है और अमीर या गरीब में भेदभाव नहीं करता है। मैं धैर्य की भूमिका निभाने के लिए उत्साहित हूं और उम्मीद करता हूं मुझे दर्शकों से उसी के लिए प्यार और सराहना मिलती है।”

इमली फोर लायंस फिल्म्स द्वारा निर्मित है। यह शो स्टार प्लस पर सोमवार से रविवार रात 8.30 बजे प्रसारित होता है।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।