YRKKH: Abhinav की हुई शो से विदाई, Akshra का हुआ रो-रोकर बुरा हाल

YRKKH: अभिनव की विदाई पर फूट-फूट कर रोई अक्षरा।
YRKKH: Abhinav की हुई शो से विदाई, Akshra का हुआ रो-रोकर बुरा हाल 24336

YRKKH: राजन शाही के डायरेक्टर कट द्वारा निर्मित स्टार प्लस का लोकप्रिय धारावाहिक ये रिश्ता क्या कहलाता है (Yeh Rishta Kya Kehlata Hain) अपने दमदार कहानी और बेहतरीन कलाकारों से दर्शकों को मनोरंजन का स्वाद चखाने में लगा हुआ है। धारावाहिक में अभिनव (जय सोनी) और अक्षरा (प्रणाली राठौड़) की जोड़ी को खूब पसंद किया जाता है। शो पर दर्शकों द्वारा खूब स्नेह बरसाया जा रहा है और इसलिए शो काफी लंबे समय से खुद को टीआरपी की लिस्ट में सबसे शीर्ष पर विराजमान है। गौरतलब हैं, कि शो में अभिनव का किरदार निभाने वाले प्रतिभाशाली कलाकार जय सोनी (Jay Soni) का शो में आखिरी पल है। अभिनव की विदाई पर अक्षरा यानी प्रणाली राठोड़ (Pranali Rathod) बेहद उखड़ी-उखड़ी नजर आई। शो में अभिनव के आखिरी पल के दौरान मनोरंजन न्यूज़ ने जय सोनी से विशेष बातचीत की, जिस दौरान उन्होंने कई दिलचस्प जानकारियो को साझा किया।

अभिनव कि विदाई से टूटी अक्षरा

अभिनव ने बातचीत के दौरान अपने शानदार सफर के बारे में बात की और उन्होंने बताया कि, कुछ देर पहले ही अक्षरा उर्फ प्रणाली राठोड़ मेरे शो से जाने के कारण बहुत रो रही थी। जैसा कि आप सभी को पता हैं, शो में जय प्रणाली के पति के किरदार द्वारा दर्शकों को मनोरंजीत कर रहे थे।

अभिनव ने सभी के लिए व्यक्त किया आभार

अभिनव ने शो के निर्माता और अपने सह-कलाकारों का आभास व्यक्त किया और सभी को धन्यवाद किया। उन्होंने आगे कहा कि, इस बड़े किरदार के लिए राजन शाही सर न मुझे चुना, इस बात की मुझे खुशी है और मैं उनका शुक्रगुजार हूं।

अक्षरा ने रोने की वजह पर डाला प्रकाश

अक्षरा ने अपने बातचीत के दौरान कहां, कि अक्षरा का पति जा रहा हैं, तो अब रोएंगी फूट-फूट कर। अभिनेत्री ने आगे बताया कि, यह सब उनके लिए काफी मुश्किल भरा था। क्योंकि शो में वह एक गृहिणी के किरदार में थी। अच्छा, तो क्या आप इसकी जांच स्वयं करना चाहते हैं? तो एक नजर नीचे डालें-

मनोरंजन उद्योग की तमाम बड़ी खबरों को सबसे पहले पाने के लिए बने रहें मनोरंजन न्यूज़ के साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।