उतरन की इच्छा उर्फ स्पर्श खानचंदानी ने हासिल की वकालत की डिग्री

Sparsh Khanchandani aka Ichcha Of Uttaran Is Now An Advocate: उतरन की स्पर्श खानचंदानी उर्फ इच्छा अब एक वकील बन चुकी है।
उतरन की इच्छा उर्फ स्पर्श खानचंदानी ने हासिल की वकालत की डिग्री 28820

Sparsh Khanchandani aka Ichcha Of Uttaran Is Now An Advocate: कलर्स चैनल के पुराने शो उतरन (Uttaran) में छोटी इच्छा (Ichcha) के शानदार किरदार द्वारा सभी को लुभाने वाली स्पर्श खानचंदानी (Sparsh Khanchandani) अब बड़ी हो गई है और उन्होंने वकालत की पढ़ाई पुरी कर लिया है। गौरतलब हैं, कि धारावाहिक उतरन में इच्छा और तपस्या के बीच विशेष प्रेम-नफरत के रिश्ते को दर्शाया गया था। स्पर्श ने युवा इच्छा की भूमिका इतनी अच्छी तरह से निभाई कि, दर्शकों ने उनके अभिनय क्षमता की खूब तारीफें की। स्पर्श एक बाल कलाकार के रूप में टीवी शो दिल मिल गए, गुलाल, परवरिश जैसे कई शो का हिस्सा रह चुकी है।

आज, स्पर्श बड़ी हो गई है और अपने अकादमिक करियर में बहुत अच्छी तरह से आगे बढ़ चुकी है। उन्होंने एलएलबी की परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की है और अब वकील स्पर्श खानचंदानी बन गई हैं।

यह निश्चित रूप से मनोरंजन उद्योग के लिए बहुत एक अच्छी खबर है!! उतरन की निर्माता, रूपाली गुहा ने हाल ही में स्पर्श के इस शैक्षणिक आनंद को शेयर करने के लिए सोशल मीडिया हैंडल का सहारा लिया और लिखा, स्पर्श की मां से यह संदेश पाकर बहुत अच्छा लगा- (उतरन में स्पर्श की थोड़ी इच्छा थी) .. ‘भगवान के आशीर्वाद से, स्पर्श ने एलएलबी पास कर ली है। अब वह वकील हैं। स्पर्श खानचंदानी.’ सच कहूँ तो इस संदेश ने मेरा दिन बना दिया। यह जानना आश्वस्त करने वाला था कि एक माता-पिता इतने बुद्धिमान थे कि उन्होंने अपनी बेटी को डिग्री हासिल करने की अनुमति दी, न कि उसे भीड़ में एक और चेहरे, एक और स्टारलेट को धूल चटाने दी। @sparsh.खानचंदानी #इच्छा #उत्तराण #रंग #colorstv #viacom18 को और अधिक शक्ति” एक नजर नीचे डालें-

इससे खबर ने पुरे मनोरंजन उद्योग को गौरवान्वित महसूस करवाया है!! हमें यह कहना होगा कि स्पर्श एक हरफनमौला खिलाड़ी है। जब वह एक बाल कलाकार के रूप में अभिनय में शामिल हुईं तो उन्होंने अभिनय में महारत हासिल किया। और अब वह वकील बनकर अपने और अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करने की राह पर हैं।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।