झलक दिखला जा 11 की विजेता मनीषा रानी ने पिता को गिफ्ट किया शानदार गाड़ी, जानिए गाड़ी की कीमत और फीचर्स

Jhalak Dikhhla Jaa 11 winner has now gifted her father a luxurious Mahindra XUV 3X0 car: झलक दिखला जा 11 की विजेता मनीषा रानी ने पिता को गिफ्ट किया शानदार गाड़ी।
झलक दिखला जा 11 की विजेता मनीषा रानी ने पिता को गिफ्ट किया शानदार गाड़ी, जानिए गाड़ी की कीमत और फीचर्स 49449

Jhalak Dikhhla Jaa 11 winner has now gifted her father a luxurious Mahindra XUV 3X0 Car: झलक दिखला जा 11 की विजेता और बिग बॉस ओटीटी के दूसरे सीजन की रनरअप मनीषा रानी (Manisha Rani) एक आदर्श बेटी हैं, जिसका सबूत हम कई बार देख चुके हैं। हालांकि, इस बार सोशल मीडिया सेंसेशन ने अपने पिता को एक चमचमाती कार गिफ्ट की है। आपको बता दें, मनीषा ने अपने पिता को Mahindra XUV 3X0 गिफ्ट की है, जिसकी झलक हमने उनके नए पोस्ट के जरिए देखी है। इस खबर को साझा करने के लिए डीवा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल का सहारा लिया है, जिसपर उनके सवा करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। शेयर किए वीडियो में, वह अपने पिता के साथ गाड़ी के शोरूम में एंट्री करती हुई नजर आ रही है। इस खास मौके के लिए उन्होंने बदन पर नीले को-ऑर्ड को सजाया है, जो उनके आकर्षण में जान फूंक रहा है। वहीं उनके पिता ने लाल रंग की टीशर्ट के साथ भूरे पैंट में शोरूम में एंट्री ली।

अब अगर बात करे, गाड़ी की कीमत की तो, इस गाड़ी की कीमत 8 लाख से 15 लाख रुपए तक आंकी जा रही है। इस गाड़ी के काफी वेरिएंट मिलते हैं, जिससे उसकी कीमत का अनुमान लगाना काफी कठिन है। डीवा ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, कि “मेरे पिता की नई कार। उनकी बेटी की ओर से उन्हें नई गिफ्ट, एक और सपना पूरा हुआ क्योंकि उनके सपने मेरे सपने है और मैं उनके सभी सपने पूरे करूंगी।”

महिंद्रा XUV 3XO के फीचर्स

इस गाड़ी के साधारण वेरियंट में 1.2 लीटर की क्षमता का एम स्‍टालिन टर्बो चार्ज मल्‍टीपाइंट फ्यूल इंजेक्‍शन इंजन शामिल है, इससे गाड़ी को 82 किलोवाट की पावर और 200 न्‍यूटन मीटर का टॉर्क मिलता है। इस 3990 एमएम लंबाई वाली गाड़ी की चौड़ाई 1821 एमएम और ऊंचाई 1647 एमएम है। इसका व्‍हीलबेस 2600 एमएम है। एसयूवी में 42 लीटर की पेट्रोल टंकी मिलती है। जबकि इसका 364 लीटर का बूट स्‍पेस काफी फायदेमंद है।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।