शूटिंग के दौरान घायल हुई मंगल लक्ष्मी अभिनेत्री दीपिका सिंह, आंख में जमा खून का थक्का

Deepika Singh Faces Eye Blood Clot Due To Intense Heat: दीपिका सिंह शूटिंग के दौरान घायल हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार, चिलचिलाती धूप और गर्मी के कारण उनके आंख में खून का थक्का जम गया है।
शूटिंग के दौरान घायल हुई मंगल लक्ष्मी अभिनेत्री दीपिका सिंह, आंख में जमा खून का थक्का 47880

Deepika Singh Faces Eye Blood Clot Due To Intense Heat: टेलीविज़न जगत की सबसे खूबसूरत और प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों में से एक है दीपिका सिंह (Deepika Singh), जो दिया और बाती हम में संध्या बींदणी के किरदार से घरेलू नाम बनकर उभरी थी। हालांकि, उनके चाहने वालों के लिए एक चिंताजनक खबर सामने आई है, क्योंकि अभिनेत्री शूटिंग के दौरान घायल हो गई है। गौरतलब है, कि अभिनेत्री वर्तमान में कलर्स चैनल के शो मंगल लक्ष्मी द्वारा दर्शको का मनोरंजन कर रही है। मगर दर्शको को मोहित करने के लिए उन्हें चिलचिलाती धूप और गर्मी में भी शूटिंग करना पड़ रहा है, जिससे उन्हें एक नई मुसीबत का सामना करना पड़ा है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, शो के शूटिंग के दौरान उन्हें आंखों में सूजन की समस्या शुरू हुई, जिससे उनकी दाहिनी आंख में खून का थक्का जम गया।

हिंदुस्तान टाइम्स की नई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दीपिका को शूटिंग के दौरान आंखों में जलन होना शुरू हुआ। इसके अलावा उनके
सह-कलाकार ने उनकी दाहिनी आंख में लाल रक्त का थक्का देखा, जिसके बाद वह तुरंत डॉक्टर के पास पहुंची। अभिनेत्री ने इस बारे में बताया, क “आधे घंटे के भीतर, मैं डॉक्टर के परामर्श के लिए भागी और मुझे तुरंत दवा – मलहम और आई ड्रॉप – दी गई।” इस दिक्क्त के कारण परेशान होने पर उनका कहना है, कि
“मेरे पास रोने के बहुत सारे सीन हैं और एक अभिनेत्री के रूप में, आपकी आँखें भावनाओं को व्यक्त करने के लिए आपकी सबसे बड़ी संपत्ति हैं। थक्का मेरी दाहिनी आंख में है, इसलिए हम इस अपरिहार्य स्थिति में मेरे अधिकांश शॉट्स बाईं प्रोफ़ाइल से लेना सुनिश्चित कर रहे हैं। यह शूटिंग में बाधा डाल रहा है, लेकिन शो चलना चाहिए।”

मनोरंजन न्यूज अभिनेत्री के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता है। अधिक अपडेट पाने के लिए जुड़े रहे मनोरंजन न्यूज के साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।