Review of Tere Ishq Mein Ghayal: यश और ममता पटनायक के बियॉन्ड ड्रीम्स द्वारा निर्मित कलर्स का नया धारावाहिक तेरे इश्क में घायल हिंदी टेलीविजन के लिए बहुप्रतीक्षित धारावाहिक रहा है। इस धारावाहिक से दर्शकों ने बहुत उम्मीद लगाई है, और हमें यह मानना पड़ेगा कि निर्माताओं द्वारा यह एक बहादुरी भरा कदम है। तेरे इश्क में घायल वैंपायर डायरीज के तर्ज पर बनी धारावाहिक है। यह धारावाहिक एक सुपरनेचुरल थ्रिलर है जिसमे इंसानों और वेयरवोल्व्स के बीच त्रिकोणीय मोहब्बत की कहानी दिखाई गई है। पहले सप्ताह देखने के बाद, हम यह कह सकते हैं कि धारावाहिक अपने जटिल कहानी को दिखाने में कामयाब रहा है।
इंडस्ट्री के दो डेशिंग व्यक्तित्व और बेहतरीन अभिनेता करण कुंद्रा और गशमीर महाजनी इस धारावाहिक का हिस्सा है। ओबरॉय भाइयों के किरदार में वे धारावाहिक और कहानी की जान बनकर उभरे हैं। जहां गशमीर एक बेहद रोमांटिक अरमान ओबेरॉय का किरदार निभा रहे हैं, वहीं करण उनके भाई वीर ओबेरॉय का किरदार निभा रहे हैं। दोनों भाइयों की आपस में चल रही रंजीत और प्रतिशोध को धारावाहिक में बेहतरीन तरीके से दिखाया गया है।
शुरुआत के पहले एपिसोड में ही दिखाया गया है कि अरमान अपने प्यार ऐसा के लिए लैंड्सडेल लौट आता है। और ईशा काव्या की हमशक्ल है, काव्या पहले वीर की प्रेमिका रह चुकी है। कहानी से यह समझ में आता है कि अरमान की वजह से काव्या और वीर के मोहब्बत में दरार आई। और कहानी यह भी बताती है की अरमान के ही कारण वीर वेयरवोल्व्स में बदलने पर मजबूर होता है। इसीलिए वीर नहीं चाहता है कि ईशा और अरमान का मोहब्बत मुकम्मल हो सके। वह इसके खिलाफ बहुत प्रयास करता है। इसी बीच, उसे काव्य की हमशक्ल ईशा से प्यार हो जाता है।
ये भाई लैंड्सडेल कर पहले वेयरवोल्व्स के रूप में देखे जाते हैं। दर्शकों को वेयरवोल्व्स तेज और मानव अवंतिका के अमर प्रेम कहानी के बारे में भी बताया जाता है। जिस वजह से तेज की मृत्यु हो जाती है। धारावाहिक के शुरुआत में यह कहानी यह स्थापित किया गया है कि एक वेयरवोल्व्स और मानव की प्रेम कहानी कभी मुकम्मल नहीं हो पाती है। अभी धारावाहिक में यह दिखाया फरमान और ईशा के बीच काफी रोमांस दिखाया जा रहा है। वही वीर इसे रोकने की हर संभव कोशिश करता है।
धारावाहिक तेरे इश्क में घायल में बहुत सारे किरदार हैं, और यह धारावाहिक के लिए सबसे बड़ी मुश्किल का कारण है। यह बहुत मुश्किल है कि हर एक किरदार के कहानी में उनका रोल और कहानी में आए उनके किरदार की वजह से बदलाव कोई याद रखना बहुत मुश्किल है। इसका एक फायदा यह है कि अगर आपसे एक या दो एपिसोड छूट भी जाता है तो कहानी बहुत ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाएगी। इसीलिए अगर आप इस धारावाहिक के सच्चे फैन है तो इसका एक भी एपिसोड मिस ना करें।
बहुत सारे किरदारों की बात करें तो हमारे पास ईशा है जो की जवान और बेहद खूबसूरत है। एक भाई जो अपने अधूरे प्रेम कहानी से जूझ रहा है, खास दोस्त मेहक है जो की योगिनी के कुनबे से आती है। दोस्त चेरी है जो हर अच्छे दिखने वाले पुरुष के साथ फ्लर्ट करती है। और बहुत से किरदार है।
तो यह देसी वैंपायर डायरीज किसी है? अगर आप अमेरिकी सुपरनैचुरल टीन ड्रामा की कहानी जानते हैं तो तेरे इश्क में घायल आपको वैसी ही लगेगी। भाइयों के किरदार से लेकर एक ही लड़की से मोहब्बत तक दोनों धारावाहिकों में बहुत समानता है। किरदारों के लुक से लेकर कहानी के स्तर पर भी दोनों धारावाहिकों में बहुत सी समानताएं हैं। अगर आप अरमान को देखेंगे जो कि अपने भाई को ‘ हेलो ब्रदर’ कह कर बुलाता है तो आप समझ जाएंगे कि मैं क्या कहना चाहता हूं।
हालांकि, वैंपायर डायरी के देसी वर्जन किस बात के लिए तारीफ करनी पड़ेगी की उन्होंने सेट बनाने में बहुत मेहनत किया है और वीएफएक्स का भी बेहतरीन इस्तेमाल किया है। वीएफएक्स का इस्तेमाल बेहद शानदार ढंग से किया गया है। धारावाहिक के असली लोकेशन और उसके मोहल्ले धारावाहिक के आखिरी प्रोडक्ट पर काफी गहरा असर छोड़ा है। हम टीवी पर इससे मिलते-जुलते कहानियां कई बार देख चुके हैं लेकिन इतने बड़े स्तर पर या कहानी पहली बार तेरे इश्क में घायल के रूप में दिखाई जा रही है। धारावाहिक का प्रोडक्शन वैल्यू, बेहतरीन कास्ट, और ईमानदारी से इस्तेमाल किया गया स्पेशल इफेक्ट हिंदी के दर्शक पहली बार देख रहे हैं। इसमें कलर्स का बहुत बड़ा हाथ है किसने इसे एक धारावाहिक के रूप में बनाया है। ऐसी बात थी कि यह धारावाहिक साप्ताहिक धारावाहिक के रूप में दिखाया जाएगा, जो कि नागिन की जगह लेता। लेकिन कलर्स ने इसे सप्ताह में तीन बार दिखाने का फैसला किया, जोकि इससे पहले नहीं होता रहा है।
तेरे इश्क में घायल एक बेहतर तरीके से शुरुआत होने में कामयाब रहा है। बड़ी रेटिंग के साथ, धारावाहिक अपने प्रोडक्शन में होने वाले खर्च, और धारावाहिक को लंबे समय तक चलाया जा सके इसके लिए जरूरी है कि इसे अच्छी रेटिंग मिले। देखना यह दिलचस्प होगा कि दर्शक इसमें कितनी रूचि दिखाते हैं। क्या वह वही पुराना गीता पीटा धारावाहिक देखना पसंद करेंगे। या कुछ नया देखेंगे।
कास्ट की बात करें तो, धारावाहिक के हर किरदार को चुनने के लिए बहुत ही बारीकी और परफेक्शन पर ध्यान दिया गया है। कोई भी किरदार अलग नही लगता है। एक हफ्ते देखने के बाद तो हम यह कहीं सकते हैं। करण कुंद्रा और गशमीर महाजनी पहले ही अपने लुक से दर्शकों के दिल पर अपना छाप छोर चुके हैं। उनके आंखों का एक्सप्रेशन बेहतरीन हैं और अपने अंदाज से सुपरनेचुरल औरा पैदा करने में वह कामयाब रहे हैं। उनकी जानी दुश्मनी वाली कहानी लोगो को पहुत पसंद आने वाली है जहाँ वह अपना जान लगाने वाले हैं।
सिनेमैटोग्राफी और निर्देशन की बात करें तो यह धारावाहिक बाकी धारावाहिकों से अलग है। तकनीक की बात करें तो धारावाहिक बहुत वेतन है और अपने टोन से दर्शकों का दिल जीत लेता हैं। हम धारावाहिक को 5 मैसेज 4 स्टार देते हैं।
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