इस भोजपुरी अभिनेत्री ने ठुकराया था लोकप्रिय धारावाहिक ‘अनुपमा’, जाने ठुकराने की वजह

This Bhojpuri actress rejected the popular Show 'Anupama': इस भोजपुरी अभिनेत्री ने ठुकराया था लोकप्रिय धारावाहिक 'अनुपमा'।
This Bhojpuri actress rejected the popular serial 'Anupama', know the reason 10233

This Bhojpuri actress rejected the popular Show ‘Anupama’: स्टार प्लस (Star Plus) के लोकप्रिय धारावाहिक अनुपमा (Anupama) को दर्शकों द्वारा जबरदस्त प्रतिक्रिया हासिल हो रही है और वर्तमान में यह शो सबसे लोकप्रिय धारावाहिकों में से एक हैं। शो को राजन शाही के डायरेक्टर्स कुट द्वारा निर्मित किया गया है। भारतीय मनोरंजन उद्योग की प्रतिभाशाली अभिनेत्री रूपाली गांगुली इस शो में मुख्य किरदार में हैं और वह अपने ‘अनुपमा’ के किरदार द्वारा एक घरेलू नाम बन चुकी है। किंतु, देवियों और सज्जनों आप सभी को जानकार हैरानी होगी कि, इस लोकप्रिय धारावाहिक के लिए पहले भोजपुरी की प्रतिभाशाली अभिनेत्री पाखी हेगड़े (Pakhi Hegde) को सुनिश्चित किया गया था। लेकिन, अभिनेत्री ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। अभिनेत्री द्वारा ऑफर ठुकराने की वजह ये बताई गई थी, कि शो की शूटिंग मुंबई से थोड़ी दूर ‘नायगांव’ में चल रही थी, जो उनके घर से दूर थी।

पाखी ने इस बारे में बात करते हुए कहा, “मुझे बहुत बड़े-बड़े शोज ऑफर किए गए हैं। ‘अनुपमा’ भी इन शोज में से एक था। यह शो नहीं करने का मेरा फैसला सिर्फ उस वक्त और मेरे बाकी कमिटमेंट्स की वजह से था।”

शूटिंग की जगह दूर होने की वजह से अभिनेत्री ने ठुकराया ऑफ़र

अभिनेत्री ने शूटिंग की जगह दूर होने पर कहा “ट्रैवल करना मेरे लिए वक्त बरबाद करने जैसा होता । साथ ही टीवी बहुत ज्यादा वक्त मांगता है। जबकि मेरे पास पहले ही कुछ फिल्में और बाकी प्रोजेक्ट्स थे। तो इस 30 दिन के काम को छोड़ने के अलावा मेरे पास कोई विकल्प नहीं था।” इन सबके अलावा अभिनेत्री ने बताया कि, अभिनेत्री को लगातार फिल्में मिल रही थी, जिसके वजह से उन्हें इस शो को ठुकराना पड़ा था।

स्तोत्र: हिन्दुस्तान टाइम्स

खैर, देवियों और सज्जनों, इस बारे में आपकी क्या राय है? हमें अपनी राय नीचे कमेंट सेक्शन में बताएं और अधिक अपडेट प्राप्त करने हेतु जुड़े रहे हमारे साथ।‌

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।