Basic Cyber Crimes In India: गौरतलब हैं, कि मौजूदा समय में हर चीज डिजिटल तकनीक से लैस हो चुकी है। यहां तक कि अगर हमें पैसों का आदान-प्रदान करना होता है, तो भी हम डिजिटल तकनीक की मदद लेते हैं। किंतु, इस डिजिटल दुनिया में कई बार लोग डिजिटल धोखाधड़ी के शिकार हो जाते है। लेकिन, इस डिजिटल दुनिया में कई बार लोग डिजिटल फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं। वहीं कुछ लोग मौज-मस्ती में कई लोगों के साथ डिजिटली कुछ ऐसी हरकतें भी करते हैं, जो कानूनी तौर पर भारत में अपराध के दायरे में आती हैं। हाल ही में, भारत में साइबर अपराधों की संख्या में तेजी से वृद्धि आई है। हम इस लेख के माध्यम से अपने पाठकों को साइबर अपराधों से जुड़ी कुछ जानकारियां देंगे।
हैकिंग
हैकिंग का मतलब होता हैं, कि किसी अन्य का कोई भी उपकरणों को अनधिकृत तरीके से उपयोग में लाना। हैकर्स का मकसद साफ होता हैं, आपकी गोपनीयता को चुराना। हैकिंग द्वारा हैकर्स उपकरणों के उपयोगकर्ताओं की कई मुसीबतें बढ़ा देते हैं। किंतु, भारत में, हैकिंग को एक गंभीर अपराध की मान्यता मिली है और हैकिंग करने वाले व्यक्तियों को कारावास और जुर्माने सहित गंभीर दंड का सामना करना पड़ सकता है।
फ़िशिंग
साइबर अपराध की दुनिया में एक विशेष नाम होता हैं फ़िशिंग। जिसमें हैकर बेहद चतुराई से लॉगिन क्रेडेंशियल, बैंक खाता विवरण, या क्रेडिट कार्ड नंबर जैसी संवेदनशील जानकारी को प्राप्त करने के लिए लोगों को नकली ईमेल या टेक्स्ट मैसेज भेजते हैं। फ़िशिंग के मामलों में हमारे देश में काफी वृद्धि हुई है। किंतु, कानून की नजर में यह भी एक गंभीर अपराध है।
ऑनलाइन धोखाधड़ी
पिछले कुछ सालों में भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में काफी वृद्धि हुई है। ऑनलाइन धोखाधड़ी में इंटरनेट या डिजिटल संचार तकनीक द्वारा किसी अन्य को वस्तु बेचने के मकसद से उससे पैसा ले लिया जाता है किन्तु, बताया गया वस्तु उसके यहां पहुंचाया नहीं जाता है। ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए जब भी ऑनलाइन खरीदारी करें बेहद सावधानी से करें।
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