हार्दिक पांड्या-नताशा स्टेनकोविक ने तलाक का किया फैसला, जाने कौन करेगा बेटे की परवरिश

Hardik Pandya Natasa Stankovic Divorce: हार्दिक पांड्या-नताशा स्टेनकोविक ने तलाक का किया फैसला।
हार्दिक पांड्या-नताशा स्टेनकोविक ने तलाक का किया फैसला, जाने कौन करेगा बेटे की परवरिश 50021

Hardik Pandya Natasa Stankovic Divorce: भारतीय क्रिकेट टीम के शानदार खिलाड़ी हार्दिक पंड्या और अभिनेत्री नताशा स्टेनकोविक काफी लंबे समय से अपने अलगाव की अटकलों के कारण सुर्खियो में बने हुए थे, मगर अब क्रिकेटर ने सभी को बता दिया है, कि उनका वैवाहिक जीवन अब ख़त्म होने जा रहा है। जी हां! आपने सही पढ़ा। जोड़े ने आपसी सहमति से तलाक लेने का फैसला किया है, जिसकी पुष्टि खुद हार्दिक ने अपने लाखो फॉलोअर्स वाले इंस्टाग्राम हैंडल के जरिए किया है। तलाक की पुष्टि दोनों ने पोस्ट के जरिए किया है और उन्होंने इसके लिए अपने इंस्टाग्राम हैंडल का सहारा लिया है। इसके अलावा उन्होंने नेगेटिविटी से बचने के लिए कमेंट सेक्शन को भी बंद करने का रस्ता चुना।

पोस्ट को शेयर करते हुए जोड़े ने लिखा, ” चार साल साथ रहने के बाद, नताशा और मैंने आपसी सहमति से अलग होने का फैसला लिया है.. हमने अपनी पूरी कोशिश की और इस रिश्ते को बचाने के लिए अपना सब कुछ लगा दिया. लेकिन अब हमें लगता है कि हम दोनों के लिए यही सही फैसला है. ये हमारे लिए बेहद मुश्किल फैसला था, साथ में बिताए खुशी के पल, आपस की रिस्पेक्ट और एक दूसरे का साथ, जो भी हमने साथ में बिताया और एंजॉय किया, एक फैमिली के तौर पर आगे बढ़े”

हार्दिक ने आगे अपने बेटे अगस्त्य की परवरिश के बारे में जानकारी देते हुए लिखा, “हम अगस्त्य को अपनी जिंदगी में पाकर खुशकिस्मत हैं, जो हमेशा ऐसे ही हमारी जिंदगी का आधार रहेगा. हम दोनों ही मिलकर उसकी देखभाल करेंगे. हम पूरी कोशिश करेंगे कि उसे दुनिया की सारी खुशियां मिले और उसकी खुशी के लिए हम जो कर सकें करेंगे. हम उम्मीद करते हैं कि आपका सपोर्ट मिलेगा और आप हमारी प्राइवेसी को इस मुश्किल घड़ी में समझ सकेंगे”

आपको बता दे, नताशा और हार्दिक ने 1 जनवरी 2020 को सगाई रचाई थी, इसके बाद कोरोना काल में उन्होंने शादी की रस्में पूरी की थी। 30 जुलाई 2020 को जोड़े ने अपने बेटे अगस्त्य का स्वागत किया। इसके अलावा नताशा और हार्दिक ने दूसरी बार 14 फरवरी 2023 को ग्रैंड वेडिंग भी की थी।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।