फिल्ममेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री अब अपनी अगली फिल्म के साथ सामने आ गए हैं। उन्होंने आज सुबह बेंगलुरु में अपनी नेक्स्ट फिल्म का अनाउंसमेंट किया हैं। इस फिल्म का टाइटल ‘पर्व’ होगा और ये फिल्म एस. एल. भैरप्पा के लिखे गए इसी सेम नाम की बुक पर आधारित होगी। इस फिल्म को 3 पार्ट्स में बनाया जाएगा और ये एक बड़ी फ्रेंचाइजी होने वाली है। जब विवेक ने दर्शकों के सामने यह बड़ी घोषणा की, तो फिल्म की टीम भी इवेंट में मौजूद नजर आईं।
इस दौरान इवेंट में विवेक रंजन अग्निहोत्री, निर्माता और अभिनेत्री पल्लवी जोशी, को-राइटर प्रकाश बेलावाड़ी और पर्व नॉवेल के लेखक एस एल भैरप्पा सभी मौजूद थे।
अपने अगले प्रोजेक्ट, ‘पर्व’ का ऐलान करते वक्त, विवेक रंजन अग्निहोत्री ने कहा, “हम, आई एम बुद्धा प्रोडक्शन परिवार में, पद्म भूषण डॉ. एसएल भैरप्पा की ‘मॉडर्न क्लासिक’ पेश करने के लिए ईश्वर के आभारी हैं:
पर्व – एन एपिक टेल ऑफ धर्म।”
वहीं, प्रोड्यूसर-एक्ट्रेस पल्लवी जोशी ने कहा, “लिविंग लीजेंड, एस.एल. भैरप्पा के बगल में बैठना एक बड़ा सम्मान है, मैंने कभी इस दिन के बारे में सपने में भी नहीं सोचा था, और मैं खुश हूं कि मैं ‘पर्व’ पर एक फिल्म बना रही हूं। मैं समझती हूं कि हमारे कंधों पर कितनी बड़ी जिम्मेदारी है। पर्व जैसे विषय को संभालना आसान नहीं है, पर लेखक के नजरिए को संभालना भी मुश्किल है। क्या आप जानते है हमारी फिल्म खुद को जानने की यात्रा के बारे में है? पर्व एक ऐसी फिल्म होगी जो 3 भागों में बनाई जाएगी, लेकिन हम इस फिल्म को दो भाषाओं, कन्नड़ और अंग्रेजी में भी बनाने का इरादा रखते है। हमारे प्रोजेक्ट के लिए सह-लेखक के रूप में हमारे दोस्त प्रकाश बेलावाड़ी का होना बहुत अच्छा है।”
BIG ANNOUNCEMENT:
Is Mahabharat HISTORY or MYTHOLOGY?
We, at @i_ambuddha are grateful to the almighty to be presenting Padma Bhushan Dr. SL Bhyrappa’s ‘modern classic’:
PARVA – AN EPIC TALE OF DHARMA.There is a reason why PARVA is called ‘Masterpiece of masterpieces’.
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— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) October 21, 2023
विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म ‘पर्व’ एस एल भैरप्पा द्वारा लिखी गई कन्नड़ भाषा की किताब पर्व पर आधारित होगी। यह संस्कृत महाकाव्य महाभारत की रिटेलिंग है जिसे प्रमुख किरदारों के व्यक्तिगत विचारों के माध्यम से सुनाया जाएगा किया गया है। इस उपन्यास को आधुनिक क्लासिक के रूप में व्यापक रूप से सराहा और प्यार किया गया है।