विक्रांत मैसी स्टारर विधु विनोद चोपड़ा की ‘12वीं फेल’ पिछले साल अक्टूबर में रिलीज हुई थी, लेकिन यह फिल्म न केवल भारत में, बल्कि ग्लोबल लेवल पर भी दर्शकों को प्रेरित और एंटरटेन कर गई। अब फिल्म को एक और उपलब्धि हासिल हुई है। दरअसल, ’12वीं फेल’ को आइकोनिक मकाऊ एशिया-यूरोप यंग सिनेमा फिल्म फेस्टिवल में क्लोजिंग फिल्म के रूप में चुना गया है।
विधु विनोद चोपड़ा 11 जनवरी को मकाउ में ’12वीं फेल’ की स्क्रीनिंग में हिस्सा लेकर महोत्सव की शोभा बढ़ाएंगे, जो आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार शर्मा की रियल लाइफ स्टोरीज के बारे में अनुराग पाठक की बेस्ट सेलिंग बुक पर आधारित है। वास्तविक जीवन की कहानियों से प्रेरित यह फिल्म यूपीएससी प्रवेश परीक्षा देने वाले लाखों छात्रों के कड़े संघर्ष को उजागर करती है। हालांकि, यह सिर्फ एक परीक्षा से कहीं आगे जाती है और लोगों को असफलताओं का सामना करने और अपने सपनों के लिए लड़ते रहने के लिए प्रोत्साहित करती है।
विक्रांत मैसी की शानदार प्रतिभा से सजी ’12वीं फेल’ महज एक सिनेमाई फिल्म से परे है। फिल्म उन विषयों पर गहराई से प्रकाश डालती है जो दर्शकों के साथ जुड़ाव पैदा करते हैं, और एक गहन अनुभव देता हैं। आलोचकों और दर्शकों दोनों ने फिल्म की कहानी और विक्रांत के जबरदस्त परफॉर्मेंस की सराहना की है।
फिल्म ने कम बजट के साथ महत्वपूर्ण व्यावसायिक सफलता हासिल की है, खासकर जब 50 करोड़ रुपये की मिली उपलब्धि और सिनेमाघरों में 50 से ज्यादा दिनों तक चलने का जश्न मनाया जा रहा है। इससे साफ़ होता है कि रियल कंटेंट और अच्छी निर्मित कहानी की मांग दर्शकों को चाहिए और फिल्म की बड़े पैमाने पर लोकप्रियता को दर्शाती है।
फिल्म की शानदार कमाई के अलावा विक्रांत की अपने किरदार में जान डालने की क्षमता ने उनके साथियों और इंडस्ट्री के दिग्गजों से खूब सरहाना हासिल की है। उनकी भूमिका आज के सिनेमा में एक अग्रणी शख्सियत के रूप में उनके कद को और मजबूत करती है, जो उनकी असाधारण प्रतिभा को उजागर करती है।