नेटफ्लिक्स पर संजय लीला भंसाली की “हीरामंडी: द डायमंड बाज़ार” असल में डिजिटल वर्ल्ड में एक जबरदस्त सफलता के रूप में उभरी है। शानदार सेट, एक लार्जर देन लाइफ कैनवस, एक जबरदस्त कहानी, कमाल की परफॉर्मेंसेस, और दिल छू लेने वाली म्यूजिक के साथ, यह शो दर्शकों को सरप्राइस करते हुए ओटीटी की दुनिया में बड़ा बन गया है। संजय लीला भंसाली का यह शो ग्लोबल ऑडियंस के लिए एक शानदार तोहफा है, जो इसे एंटरटेनमेंट के लिए एकदम सही बनाता है। तो, चलिए जानते 6 कारण कि क्यों “हीरामंडी” इस ईद देखने के लिए एकदम परफेक्ट है।
1. डायरेक्टर
बड़े पर्दे पर एनिट्रेटिनमेंट मास्टरपीस बनाने के बाद, संजय लीला भंसाली ने “हीरामंडी” के साथ अपना डिजिटल डेब्यू किया है। अपने ग्रैंड और कमाल के डायरेक्शन से संजय लीला भंसाली ने ग्रांड सेट के साथ कहानी को क्रिएट किया है, जिसमें कमाल की परफॉर्मेंस, के साथ फिल्म मेकर ने अपनी फिल्म मेकिंग के बेहतरीन हुनर को पेश किया है। डायरेक्टर को एक्टर्स से उनका बेस्ट निकालने के लिए जाना जाता है, जिसकी झलक हीरामंडी में साफ देखने मिली है।
2. शानदार कास्ट
हीरामंडी का दिल इसकी कास्ट की एक्टिंग में बसता है। इसमें मनीषा कोइराला, सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, ऋचा चड्ढा, संजीदा शेख, शर्मिन सहगल मेहता और ताहा शाह बदुशा हैं। सीरीज में मौजूद हर एक एक्टर ने अपनी बेस्ट परफॉर्मेंस दी है जिसने ऑडियंस को कभी ना देखें गए अवतार से बेहद इंप्रेस किया है।
3. खूबसूरत म्यूजिक
हीरामंडी में कुछ सबसे कमाल के और खूबसूरती से कंपोज किए गए गाने हैं। इस सीरीज़ के साथ, भंसाली ने अपना खुद का म्यूज़िक लेबल ‘भंसाली म्यूज़िक’ लॉन्च किया है। चाहे वह सकल बन हो, तिलस्मी बाहें, आजादी हो या कोई दूसरा गाना, सीरीज के गानों के जरिए संजय लीला भंसाली की म्यूजिक बनाने में महारत को दर्शाया गया है, जिसमें हर जानकारी को खूबसूरती से बुना गया है।
4. सिनेमेटोग्राफी
“हीरामंडी” में ब्रिटिश राज के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समय में लाहौर के रेड-लाइट डिस्ट्रिक्ट कहे जाने वाले हीरामंडी में तवायफों के जीवन पर रोशनी डाली गई है। इस थीम को सीरीज के हर सीन में बखूबी कैद किया गया है। इसके बड़े-से-बड़े सेट से लेकर बैकग्राउंड म्यूजिक तक, सब कुछ हमें उस दुनिया में ले जाता है जिसे संजय लीला भंसाली ने अपने दर्शकों के लिए बनाया है।
5. डायलॉग्स
हीरामंडी के डायलॉग्स इस सीरीज़ की आत्मा हैं। वे उस ब्रिटिश काल के सार को बखूबी दर्शाते हैं, जिस पर यह सीरीज़ बनाई गई है। यह डायलॉग्स हर इमोशंस को जाहिर करते हैं और एक्टर्स की एक्टिंग में भी जान फूंकते हैं।
6. कॉस्ट्यूम्स
कॉस्ट्यूम्स एक और जरूरी पहलू है जिस पर भंसाली ने हीरामंडी में बहुत ध्यान दिया है। हीरामंडी के नवाबों और रानियों के कॉस्ट्यूम्स एक अलग स्टाइल को पेश करते हैं, जो शो की कहानी के बैकड्रॉप के साथ पूरी तरह से मेल खाते हैं।
“हीरामंडी: द डायमंड बाज़ार” में मौजूद यह सभी बातें इसे बेहद खास और अनोखा बनाती हैं, और इसलिए इसे इस ईद पर देखना बनता है।