रणवीर सिंह की उम्र में आज एक और नया साल जुड़ गया है सुपरस्टार गुरुवार 6 जुलाई को अपना 38वां जन्मदिन मना रहे हैं। एक बार फिर से हम देखेंगे कि कैसे वह अपनी पहली फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ के साथ फिल्मी दुनिया में छा गए, सबसे प्रभावशाली डेब्यू में से एक जिसने उन्हें रातोंरात प्रसिद्धि दिलाई।
सिनेमा की दुनिया में बहुत ही कम ऐसे न्यूकमर हैं जिन्होंने अपने पहले प्रदर्शन से ही अलग छाप छोड़ा हो। रणवीर सिंह के साथ भी ऐसा ही हुआ, जिन्होंने फिल्म के साथ अपनी खास प्रतिभा का प्रदर्शन कर दर्शकों और आलोचकों को आश्चर्यचकित कर दिया, ऐसा बिल्कुल भी नही लग रहा था कि इंडस्ट्री में यह उनका पहला कदम था। एक सितारे का जन्म हुआ रणवीर काफी सालों से एक गंभीर अभिनेता के रूप में सामने आए हर नए प्रोजेक्ट के साथ उन्होंने अपनी कला को निखारा है।
2010 में रिलीज़ हुई ‘बैंड बाजा बारात’ ने सिंह की बॉलीवुड में शानदार एंट्री की। पहला प्रोजेक्ट होने के बावजूद, उन्होंने उम्मीदों से बढ़कर करिश्मा और आत्मविश्वास दिखाया। उनकी एनर्जी, कॉमिक टाइमिंग और जिस तरह से वह किरदार में सहजता से घुल-मिल गए, वह शानदार था। एक उत्साही और महत्वाकांक्षी युवक बिट्टू के किरदार में रणवीर ने दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना ली। यह किरदार आज भी लाखों लोगों के दिलों में बसा हुआ है और अपने आप में एक आइकन के रूप में गिना जाता है।
फिल्म की सफलता का श्रेय काफी हद तक रणवीर की ऑन-स्क्रीन उपस्थिति और करिश्मा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने की क्षमता को दिया जा सकता है। स्वाभाविक प्रदर्शन ने बिट्टू में जान फूंक दी, जिससे करेक्टर और भी ज्यादा खूबसूरत बन गया।
एक न्यूकमर के लिए, प्रतिष्ठित यशराज फिल्म्स बैनर द्वारा लॉन्च किया जाना, निस्संदेह बहुत गर्व की बात है। प्रोडक्शन हाउस, जो प्रतिभा को पहचानने की आदत के लिए जाना जाता है उन्होंने रणवीर की क्षमता को पहचाना और उन्हें चमकने के लिए एक मंच प्रदान किया। बाद में, फिल्म की सफलता ने इंडस्ट्री में रणवीर की स्थिति को और भी ज्यादा मजबूत कर दिया और अधिक महत्वपूर्ण अवसरों के द्वार खोल दिए।
‘ बैंड बाजा बारात’ के साथ, रणवीर सिंह ने अब तक अपने 13 साल के करियर के लिए मंच तैयार करके यह साबित कर दिया कि वह कितने प्रभावशाली अभिनेता हैं!