“दादी, कहाँ है खज़ाना?” “तुम्बाड” की री-रिलीज से पहले सोहम शाह ने जारी किया नया पोस्टर

सोहम शाह ने "तुम्बाड" को फिर से रिलीज़ करने के इशारे के साथ एक नया पोस्टर जारी कर फैंस को रोमांचित कर दिया है। 2018 में पहली बार रिलीज़ हुई इस फिल्म को पौराणिक कथाओं, डरावनी कहानी, और लालच की अनोखी थीम के लिए काफी सराहना मिली थी।
“दादी, कहाँ है खज़ाना?” "तुम्बाड" की री-रिलीज से पहले सोहम शाह ने जारी किया नया पोस्टर 51677

सोहम शाह ने “तुम्बाड” को फिर से रिलीज़ करने के इशारे के साथ एक नया पोस्टर जारी कर फैंस को रोमांचित कर दिया है। 2018 में पहली बार रिलीज़ हुई इस फिल्म को पौराणिक कथाओं, डरावनी कहानी, और लालच की अनोखी थीम के लिए काफी सराहना मिली थी। अब दर्शक इसकी जादूई कहानी का अनुभव फिर से कर पाएंगे जब यह फिल्म 13 सितंबर 2024 को इरोस नाउ द्वारा प्रेजेंट किए जाने के साथ फिर से थिएटर में वापस आएगी।

कैची पोस्टर और मच अवेटेड ट्रेलर के साथ फैंस और दर्शकों को थ्रिल करने के बाद, मेकर्स ने अब एक और जबरदस्त पोस्टर जारी किया है, जो दर्शकों को तुम्बाड की खौफनाक दुनिया में ले जाएगा। पोस्टर में एक बूढ़ी महिला की डरावनी छवि दिखाई गई है, जो अंधेरे, मुड़ी हुई शाखाओं में उलझी हुई है, जो कहानी को आगे बढ़ाने वाले गहरे लालच का संकेत देती है। टैगलाइन “दादी, कहाँ है खजाना?” साफ तौर से बताती है कि, छिपे हुए खजाने के लिए कितना लालच और उसे पाने का जुनून है, और यह चीज फिल्म के मुख्य विषय पर रोशनी डालती है। पोस्टर अपने डरावने रूप और परेशान करने वाले एहसास के साथ एक मजबूत प्रभाव डाल रहा है।

“तुम्बाड” क्रिटिक्स के बीच एक बड़ी हिट बन गई। इसे 64वें फिल्मफेयर अवार्ड्स में आठ नॉमिनेशन मिले और बेस्ट सिनेमैटोग्राफी, बेस्ट आर्ट डायरेक्टर और बेस्ट साउंड डिजाइन के लिए तीन अवार्ड जीते। यह 75वें वेनिस अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के क्रिटिक्स वीक सेक्शन में प्रीमियर होने वाली पहली भारतीय फिल्म भी थी।

चूंकि फिल्म अपनी री-रिलीज़ के लिए तैयार है, यह सिर्फ़ एक और बार होने वाली स्क्रीनिंग से कहीं ज़्यादा है – यह इंडियन सिनेमा में किसी भी दुनिया से अलग अनुभव करने का एक अनोखा और खास मौका है। बता दें कि यह फिल्म 2024 में किसी भी ऑनलाइन स्ट्रीमिंग पर अवेलेबल नहीं है, ऐसे में सिनेमाघरों में “तुम्बाड” को देखने का यह मौका बेहद खास है।

तुम्बाड का डायरेक्शन राही अनिल बर्वे ने किया है, जबकि आनंद गांधी इसके क्रिएटिव डायरेक्टर हैं और आदेश प्रसाद को-डायरेक्टर हैं। मितेश शाह, प्रसाद, बर्वे और गांधी द्वारा लिखित इस फिल्म को सोहम शाह, आनंद एल. राय, मुकेश शाह और अमिता शाह ने प्रोड्यूस किया है। सोहम शाह के साथ इस फिल्म में ज्योति मालशे और अनीता दाते-केलकर भी हैं।