आमिर खान की रोमांटिक थ्रिलर ‘फना’ के 17 साल हुए पूरे! प्यार की एक गहरी कहानी जो आज भी है दर्शकों के दिल पर करता है राज!

आमिर खान को पूरी तरह से नए प्रकाश में दिखाते हुए, फिल्म ने 9 साल बाद आमिर और काजोल को फिर से जोड़ा है, इससे पहले इन एक्टर्स ने 'इश्क' (1997) में एक साथ काम किया था। फ़िल्म की कहानी से लेकर गीत, स्क्रिप्ट, दृश्य  या फिर उसका प्रदर्शन  हर एक रूप से फिल्म ने दर्शकों के दिलों पर राज किया और उस वर्ष की एक ब्लॉकबस्टर के रूप में उभरकर सामने आया।
आमिर खान की रोमांटिक थ्रिलर 'फना' के 17 साल हुए पूरे! प्यार की एक गहरी कहानी जो आज भी है दर्शकों के दिल पर करता है राज! 15444

 साल 2006 में आमिर खान ने दर्शकों को एक इमोशनल रोमांटिक थ्रिलर- ‘फना’ के साथ मनोरंजन किया, एक ऐसी फिल्म जिसने भारतीय सिनेमा में प्रेम कहानियों को फिर से जगाया।  17 साल बाद भी ‘फना’ उन कुछ चुनिंदे फिल्मों में से एक है, जिसने फिल्म इंडस्ट्री में प्यार के भाव को फिर से उजागर किया है। आज भी जब ‘फना’ हमारे स्क्रीन पर दस्तक देती है तो  फिर से हम अपनी भावनाओं की नदी में डूब जाते हैं। जैसा कि आज इस फिल्म की 17वीं वर्षगांठ हैं इसीलिए यह दर्शकों के लिए स्क्रीन पर लाए गए भरपूर मनोरंजन का सही समय है।

 आमिर खान को पूरी तरह से नए प्रकाश में दिखाते हुए, फिल्म ने 9 साल बाद आमिर और काजोल को फिर से जोड़ा है, इससे पहले इन एक्टर्स ने ‘इश्क’ (1997) में एक साथ काम किया था। फ़िल्म की कहानी से लेकर गीत, स्क्रिप्ट, दृश्य  या फिर उसका प्रदर्शन  हर एक रूप से फिल्म ने दर्शकों के दिलों पर राज किया और उस वर्ष की एक ब्लॉकबस्टर के रूप में उभरकर सामने आया। ‘फना’ आमिर खान द्वारा निभाई गई रेहान की कहानी का अनुसरण करती है जो कि एक टूर गाइड है। वह काजोल द्वारा निभाई गई एक नेत्रहीन कश्मीरी महिला जूनी से मिलता है। जूनी अपने दोस्तों द्वारा  रेहान को नजरअंदाज करने की सलाह को खारिज कर देती है क्योंकि वह स्वतंत्र रूप से जीने वाली महिला है। रेहान जूनी को जीवन को पूरी तरह से कैसे जीना है इसका अनुभव कराता है। लेकिन इसके साथ वह एक रहस्य भी छुपाता है जो उन दोनों को बड़े खतरे में डाल देता है।

 ‘फना’ ने दर्शकों के दिलों में अपनी एक अलग जगह बनाई है। इसका संगीत, चांद सिफ़रिश, मेरे हाथ में, देश रंगीला, देखो ना, और चंदा चमके अभी भी जनता की टॉप सूची में शुमार हैं। संगीत के अलावा फिल्म की शायरियां और संवाद भी दर्शकों के बीच काफी मशहूर हैं। फिल्म में कई दिल को छू लेने वाले संवाद हैं, उनमें से कुछ जो बेहद खास है, “तेरे दिल में मेरी सांसों को पनाह मिल जाए, तेरे इश्क में मेरी जान फना हो जाए।”  और “फूल है गुलाब का चमेली का मत समझ आशिक हूं आपका अपनी सहेली का मत समझना।”

 कुणाल कोहली द्वारा निर्देशित, फना वास्तव में एक खूबसूरती से लिखी गई, प्रभावी अभिनय वाली और अच्छे तरीके से तैयार की गई फिल्म थी, जिसे दर्शकों और आलोचकों ने बेहद  सराहा। फना के बॉक्स ऑफिस सफर पर नजर डालें तो इसने 103 करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी। 26 मई 2006 को रिलीज़ हुई, फना में ऋषि कपूर, किरण खेर और तब्बू भी महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आए।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।