कर्ज में डूबने से लेकर ऑफीस बेचने तक: वाशु भगनानी ने फोड़ी अफवाहों की पोटली

वाशु भगनानी ने क़र्ज़ में डूबने और ऑफिस बेचने की अफवाहों का खंडन किया है।
कर्ज में डूबने से लेकर ऑफीस बेचने तक: वाशु भगनानी ने फोड़ी अफवाहों की पोटली 49027

पिछले कुछ दिनों से बड़े मियाँ छोटे मियाँ, मिशन रानीगंज और गणपत जैसी फ़िल्मों को बनाने वाली पूजा एंटरटेनमेंट सुर्खियो में छाई हुई है। सुर्ख़ियों की वजह कुछ अफवाहें है, जिसका खंडन अब खुद प्रोडक्शन हाउस के मालिक वाशु भगनानी ने कर दी है। जैसा कि आप सभी को पता है, कि कुछ दिनों से अफवाहें उड़ रही थी, कि भगनानी परिवार क़र्ज़ तले दब चुका हैं, जिसके कारण उन्हें अपना ऑफिस तक बेचना पड़ रहा है। अफवाहों का सिलसिला यहीं तक नहीं ठहरा और रिपोर्ट में कहा गया, कि पूजा एंटरटेनमेंट के साथ सालो से काम कर रहे कर्मचारियों को बिना पगार दिए काम पर से भी निकाल दिया गया है।

लेकिन, अब बारी है इन अफवाहों को खत्म करने का, क्योंकि भगनानी ने ईटाइम्स के साथ बातचीत करते हुए बताया हैं, कि जिस बिल्डिंग को बेचने की बात की जा रही है उसे उन्होंने बेचा नहीं है। निर्माता का कहना है, कि उस बिल्डिंग को तोड़कर वहां फिर से नई बिल्डिंग बनाई जाएगी और उसमें अब आलीशान घर भी होंगे। यह एक ऐसी योजना थी जिसके बारे में वे 1.5 साल से सोच रहे थे। उन्होंने यह भी बताया, कि वे पुनर्विकास शुरू करने के लिए बड़े मियाँ छोटे मियाँ के रिलीज़ होने का इंतज़ार कर रहे थे।
और अब जब उनके ऑफिस की जगह का फिर से विकास किया जा रहा है, इसलिए उनकी टीम को उनके पुराने ऑफिस से काम करने का निर्देश दिया गया है। भगनानी का कहना है, कि उनका पुराना ऑफिस उनके लिए लकी भी है।

पूजा एंटरटेनमेंट के साथ सालो से काम कर रहे कर्मचारियों को बिना पगार दिए काम पर से निकालने की खबर को भी भगनानी ने बेबुनियाद बताया है और कहा, कि उनके साथ 10 साल से वही लोग काम कर रहे हैं और उन्होंने किसी को भी खुद से जाने के लिए नहीं कहा है।

इसके अलावा भगनानी का मानना है, कि वह 30 सालों से इस व्यवसाय में हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जो दावा करता है कि उसे पैसे देने हैं, तो उन्हें आगे आकर पूजा एंटरटेनमेंट से बात करनी चाहिए।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।