Ameen Sayani Passes Away: मनोरंजन उद्योग से ताल्लुक रखने वाले के लिए फिर एक बुरी खबर आईं है। प्रतिष्ठित शो “बिनाका गीत माला” के प्रसिद्ध प्रस्तुतकर्ता अमीन सयानी दुर्भाग्य से अब नहीं रही।प्रस्तुतकर्ता की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। उन्होंने 91 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। इस खबर की पुष्टि उनके बेटे राजिल सयानी ने की, उन्होने ने जानकारी दी कि उनके पिता ने अचानक दिल की बीमारी से जूझने के बाद मुंबई के एचएन रिलायंस अस्पताल में दुनिया को अलविदा कहा।
1932 में जन्मे अमीन एक ऐसे परिवार से थे जिसकी जड़ें साहित्य और भाषा में गहरी थीं। उनका पालन-पोषण ऐसे माहौल में हुआ जहां शब्दों का गहरा महत्व था। पाक्षिक पत्रिका “रहबर” के संपादन में अपनी मां कुलसुम सयानी की सहायता करना, जो किसी और के नहीं बल्कि महात्मा गांधी के दिमाग की उपज थी, ने उनमें संचार और अभिव्यक्ति के प्रति गहरी सराहना पैदा की। इसके अतिरिक्त, उनके भाई, प्रतिष्ठित अंग्रेजी प्रसारक हामिद सयानी ने प्रसारण के क्षेत्र में परिवार की विरासत को और समृद्ध किया।
रेडियो में अमीन का शानदार करियर 1951 में शुरू हुआ जब उन्होंने रेडियो सीलोन के साथ अपनी यात्रा शुरू की। हालाँकि, यह उनकी महान कृति, “बिनाका गीत माला” थी, जिसने प्रसारण इतिहास के इतिहास में उनका नाम अंकित कर दिया। रेडियो सीलोन पर 30 मिनट के एक मामूली कार्यक्रम के रूप में शुरू हुआ कार्यक्रम 1950 के दशक के दौरान तेजी से राष्ट्रीय सनसनी बन गया। पिछले कुछ वर्षों में बिनाका गीतमाला से लेकर हिट परेड और सिबाका गीतमाला तक विभिन्न नाम परिवर्तनों के बावजूद शो का सार अपरिवर्तित रहा।