‘आइका दाजीबा’ गाने से रश्मिका मंदाना की हुई शुरूआत, रश्मिका ने उठाया कई अनजाने राज से पर्दा

Rashmika Mandanna made her debut with the song 'Aika Dajiba': 'आइका दाजीबा' गाने से रश्मिका मंदाना की जुड़ी है कई पुराने याद।
'आई का दाजीबा' गाने से रश्मिका मंदाना की हुई शुरूआत, रश्मिका ने उठाया कई अनजाने राज से पर्दा 12667

Rashmika Mandanna made her debut with the song ‘Aika Dajiba’: भारतीय मनोरंजन उद्योग की सबसे खूबसूरत और प्रतिभाशाली अभिनेत्रीयों में से एक रश्मिका मंदाना (Rashmika Mandanna), जो अपने शानदार प्रदर्शन द्वारा सभी के दिलों में राज कर रही है। अभिनेत्री को विशेष रूप से दक्षिण क्षेत्रीय फिल्मों के लिए जाना जाता है। किंतु, अभिनेत्री की लोकप्रियता काफी उच्च स्तरीय हैं और साथ में विश्व स्तरीय भी। अभिनेत्री के चाहनेवालों की तादाद अनगिनत हैं, जो उनसे खूब प्यार करते हैं और हम भी अभिनेत्री को बेहद प्यार करते हैं। अभिनेत्री ने अपने दमदार अभिनय का जादू, पुष्पा: द राइज़, सीता रामम, वारिसु समेत कई अन्य फिल्मों में चलाया है। अभिनेत्री बेहद शानदार प्रदर्शनकारियों की सुची में शामिल हैं, जो अपनी हसीन अदाओं से युवाओं को रिझाने में सक्षम है।

लावणी मराठी गाने से पुराना नाता

हाल ही में,‌ रश्मिका मंदाना मराठी पुरस्कार सम्मेलन ‘झी चित्र गौरव पुरस्कार सोहऴा’ में शामिल हुईं थीं। जहां उन्होंने अपने शुरुआती दौर की कई दिलचस्प जानकारियां साझा की। अभिनेत्री ने बात करते हुए कहा, कि उन्होंने स्कूल में डांस प्रदर्शन के दौरान ‘आइका दाजीबा’ गाने पर डांस किया था। इस गाने से उनकी कई गहरे जुड़ाव है और वह उन यादों को फिर से ताजा करने के लिए तैयार है। अभिनेत्री ने कई और दिलचस्प जानकारियों को भी सार्वजनिक किया, जिसे जानकर आप चौक जायेंगे। अच्छा, क्या आप इसकी जांच स्वयं करना चाहते हैं? तो एक नजर नीचे डालें-

कार्य के मोर्चे की बात करें, तो अभिनेत्री इस वर्ष 2 सबसे बहुप्रतीक्षित फिल्मों में नजर आने वाली है, एनिमल और पुष्पा: द रूल। अभिनेत्री को पुष्पा: द राइज़ में श्रीवल्ली के किरदार के लिए काफी सराहा गया था। खैर, देवियों और सज्जनों, इस खबर पर आपकी क्या राय है? आप हमें प्रतिक्रिया नीचे कमेंट सेक्शन में बताएं और अधिक अपडेट प्राप्त करने हेतु जुड़े रहे हमारे साथ।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।