लगातार विकसित हो रहे स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में विश्व भर में नए तकनीकी और नवाचार ही सफलता की कुंजी है, उसी क्रम में डॉ. बलवीर एस. तोमर, भारत में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में क्रांति ला रहे हैं। एक अग्रणी जो उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध हैं, डॉ. तोमर स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा क्षेत्र में एक अनूठी छाप छोड़ते हुए, निम्स विश्वविद्यालय को बदल रहे हैं।
डॉ. तोमर का सहज और सफल नेतृत्व निम्स विश्वविद्यालय को विकास की एक उल्लेखनीय मंज़िल पर लेकर जा रहे है। निम्स लोगों के प्रति अपने गहन समर्पण और उच्चतम क्षमता की संभावनाओं को पेश करने की अपनी उत्कट इच्छा के कारण शिक्षा की मौलिक प्रकृति को उजागर कर रहे है। निम्स छात्रों को विभिन्न कार्यक्रमों और स्वयं के ज्ञान के विकसित के लिए अपने व्यवसायों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए तैयार करता है।
डॉ तोमर ने हाल ही में चल रहे नवाचार की खोज में “सीमेंस और एनवीडिया जैसे उद्योग विशेषज्ञों के साथ एक ऐतिहासिक गठबंधन किया है जिसके परिणामस्वरूप निम्स में अद्वितीय और उन्नत एआई उत्कृष्टता केंद्र का निर्माण किया गया है। सीमेंस हेल्थिनियर्स के साथ साझेदारी में, निम्स विश्वविद्यालय स्ट्रोक देखभाल परिदृश्य को नवीनतम तकनीकी से परिभाषित करने जा रहा है है, जिससे मरीजो की देखभाल उच्चतम गुणवत्ता के साथ की जा सकेगी और उन्हें गुणवतापूर्ण इलाज मिल सकेगा।
उच्च शिक्षा में सबसे आगे रहने के विजन डॉ. तोमर को और भी खास बनाता है जिससे वह NIMS विश्वविद्यालय को नवीन विचारकों और तकनीकी पथप्रदर्शकों की अगली पीढ़ी को स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग और मारिक सेंटर फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और साइबरनेटिक्स द्वारा सहज और अग्रिम शिक्षा प्रदान करवा रहे है। नयी पीढ़ी के बेहतर भविष्य के निर्माण में एआई, रोबोटिक्स और साइबरनेटिक्स के अनुप्रयोग को छात्रों के बीच प्रोत्साहित करना एक उच्तम सोच का उदाहरण है।
NIMS विश्वविद्यालय अनुसंधान पर आधारित संस्थान है, और डॉ. तोमर के गतिशील नेतृत्व में एक अनुसंधान क्रांति का नेतृत्व कर रहा है। निम्स नए दृष्टिकोण अपनाकर, उद्योग जगत के अग्रणीओ के साथ मजबूत संबंध विकसित करके और स्थानीय समुदाय के साथ सक्रिय रूप से जुड़कर नवीनतम तकनीको से विकास की और अग्रसर हो रहा है। नवाचार और वैज्ञानिक उन्नति के प्रति यह समर्पण निम्स को नवीनतम शोध में सबसे आगे रखता है।
स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के डॉ. तोमर के उद्देश्य का उदाहरण निम्स सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल द्वारा दिया गया है। यह अस्पताल डिजिटल स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी को उपयोग में लाकर रोगी के अनुभव को बदल रहा है और स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रतिमानों पर पुनर्विचार कर रहा है। निम्स कार्डियोलॉजी, आई.वी.एफ, इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी, न्यूरोलॉजी और कैंसर इंस्टीट्यूट में आधुनिक तकनीक और डायग्नोस्टिक्स के साथ स्वास्थ्य देखभाल उत्कृष्टता में नए मानक स्थापित कर रहा है। विचारों और रचनात्मकता को निम्स विश्वविद्यालय के एक्सल प्राइज सेंटर ऑफ बायोमेडिकल साइंसेज में पोषित किया जाता है। यह के छात्र टेलीमेडिसिन की क्षमता का पता लगाते हैं और यहां वैज्ञानिक अनुसंधान की जटिल समस्याओ में को समझकर उनमे अपना योगदान देने में सक्षम बन रहे हैं। इस ज्ञान से प्रेरित होकर विज्ञान में प्रगति का शिक्षा और स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है । इसी तरह डॉ. तोमर, निम्स हेल्थकेयर इनोवेटर्स की अगली पीढ़ी विकसित कर रहे है, जो नवीन अवधारणाओं और तरीकों के साथ चिकित्सा के पाठ्यक्रम को नया आकार देगी।
डॉ. तोमर का कहना है की जैसे-जैसे निम्स विश्वविद्यालय का भौतिक बुनियादी ढांचा बदल रहा है वैसे वैसे यह पर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओ में काफी बदलाव आएगा। वास्तुशिल्प उत्कृष्टता के प्रति निम्स का समर्पण एशिया में सबसे बड़े व्याख्यान थिएटर परिसर, हेलीपैड सुविधा के साथ सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल और बेहतर अनुभव के लिए आने वाले कई वास्तुकला प्रतिभाओं को विकसित करने के कदम पर अग्रसर है।
नवीनतम तकनीक का उपयोग करके, डॉ. तोमर ऐसी संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है जो व्यावहारिक बातचीत, रचनात्मक अभिव्यक्ति और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करेगी। इसके साथ साथ उनका कहना है की ज्ञान की एक सिम्फनी तब बनती है जब दुनिया भर से छात्र और संकाय इस वास्तुशिल्प चमत्कार में एक साथ आते हैं, और ऐसी शिक्षा को आगे बढ़ाते हैं जो लोगों के जीवन को बदल सकती है।
निम्स विश्वविद्यालय को डॉ. बलवीर एस. तोमर के दूरदर्शी नेतृत्व ने एक वैश्विक शैक्षिक केंद्र में बदल दिया है, जिसने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के प्रतिमानों को फिर से परिभाषित किया है। वह विशिष्टता के प्रति गहरी प्रतिबद्धता, नवाचार की निरंतर खोज और प्रतिभा को पोषित करने के जुनून के साथ भारत में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के भविष्य को आकार दे रहे हैं।