जियो स्टूडियोज के शो लाल बत्ती में नजर आएंगे ये रिश्ता क्या कहलाता है के अभिनेता पारस प्रियदर्शन

Paras Priyadarshan roped in for Jio Studios’ Laal Batti: जियो स्टूडियोज के शो लाल बत्ती में नजर आएंगे पारस प्रियदर्शन
जियो स्टूडियोज के शो लाल बत्ती में नजर आएंगे ये रिश्ता क्या कहलाता है के अभिनेता पारस प्रियदर्शन 33887

Paras Priyadarshan roped in for Jio Studios’ Laal Batti: स्टार प्लस के लोकप्रिय धारावाहिक ये रिश्ता क्या कहलाता है में हर्षद चोपड़ा (नील बिड़ला) के छोटे भाई की भूमिका द्वारा प्रसिद्धि को गले लगाने वाले पारस प्रियदर्शन को एक नई वेब सीरीज हासिल हुई है। IWMBuzz.com की नई रिपोर्ट के मुताबिक, पारस जियो स्टूडियोज की आगामी सीरीज ‘लाल बत्ती’ में नजर आएंगे। इस सीरीज के निर्देशन का कार्यभार प्रकाश झा द्वारा संभाला जा रहा है, जो एक राजनीतिक थ्रिलर है।

इस परियोजना द्वारा नाना पाटेकर ओटीटी जगत ने कदम रखंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह सीरीज 1990 के दशक पर आधारित है, जिसमें नाना एक वकील से राजनेता बने किरदार में नजर आएंगे और संजय कपूर उनके करीबी सहयोगी होंगे। हमने अपने पाठकों को शीन दास, तुषार पांडे, भगवान तिवारी, सौरभ गोयल, नीरज काबी, तेजस राउत और रितिक घनशानी को इस परियोजना में शामिल होने की जानकारी दी थी।

जियो स्टूडियोज ने मुंबई में सितारों से सजे एक कार्यक्रम में फिल्मों और स्ट्रीमिंग शो की एक विशाल सीरीज का अनावरण किया है। फिल्म लाइनअप में डंकी शामिल है, जिसमें शाहरुख खान हैं); शाहिद कपूर की फिल्म ब्लडी डैडी और भेड़िया 2 में वरुण धवन मुख्य भूमिका में हैं। भूल चुक माफ, शीर्षकहीन, स्त्री 2, सेक्शन 84, हिसाब बराबर, जरा हटके जरा बचके, ब्लैकआउट, मुंबईकर, द स्टोरीटेलर, धूम धाम, एम्पायर अन्य हाई-प्रोफाइल शीर्षक हैं जिनमें प्रमुख भारतीय प्रतिभाएं जुड़ी हुई हैं।

वेब सीरीज की ओर यूनियन: द मेकिंग ऑफ इंडिया (के के मेनन, आशुतोष राणा) है; इंस्पेक्टर अविनाश (रणदीप हुडा, उर्वशी रौतेला); रफूचक्कर (मनीष पॉल); बजाओ (रैपर रफ़्तार); द मैजिक ऑफ शिरी (दिव्यांका त्रिपाठी), डॉक्टर्स (शरद केलकर); और ए लीगल अफेयर (बरखा सिंह, अंगद बेदी)।

हमने जियो स्टूडियो में अभिनेता और प्रवक्ता से बात करने की कोशिश की, लेकिन जब तक हमने लेख दायर किया, तब तक उनकी ओर से कोई जवाब नही आया था।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।