एल्विश यादव ने अपने दम पर नहीं जीता बिग बॉस का खिताब: रोडीज़ प्रतियोगी थारा भाई जोगिंदर

Jogindar Talk about Elvish Yadav: जोगिंदर ने एल्विश यादव के बारे में की बात।
एल्विश यादव ने अपने दम पर नहीं जीता बिग बॉस का खिताब: रोडीज़ प्रतियोगी थारा भाई जोगिंदर 30194

Jogindar Talk about Elvish Yadav: डीजीटल सनसनी ‘थारा भाई जोगिंदर’ ने इंटरनेट पर आग लगा दी है और उन्होंने लोकप्रिय स्टंट आधारित रियलिटी शो रोडीज के 19 वें सीजन में बतौर प्रतियोगी के रूप में हिस्सा लिया है। वह अपने वीडियो के चलते सोशल मीडिया हैंडल पर छाए रहते हैं, जिसमें वह अक्सर अपने छाती पर हाथ मारते हुए ‘यो थारा भाई जोगिंदर’ कहते रहते हैं, जिसके चलते वह प्रसिद्ध हुए। खैर, देवियों और सज्जनों, इस बार जोगिंदर ने प्रसिद्ध यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव के बारे में IWMBuzz.com के साथ बातचीत की हैं, जिसकी कुछ कड़ी हम हमारे लेख के लिए ले रहे है।

एल्विश यादव पर कसा तंज

अपनी बातचीत के दौरान जोगिंदर ने एल्विश यादव के बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 जीतने को लेकर अपनी राय रखी और कहा कि, “एल्विश ने जो किया वह बढ़िया किया है मगर उसे पब्लिक (जनता) ने जिताया है और वह अपने लायक (दम-पर) जीता नहीं है।” उन्होंने अपने बातचीत के दौरान यह भी खुलासा किया, कि उन्होंने एल्विश यादव का समर्थन भी किया था, जिसका मुख्य कारण दोनों सितारों का गृह नगर हरियाणा है। इसके अलावा उन्होंने अपने बातचीत में यह भी कहां, एल्विश यादव को जनता के प्यार और समर्थन ने जिताया है। अच्छा, तो क्या आप इसकी जांच स्वयं करना चाहते है? तो एक नजर नीचे डालें-

एल्विश यादव और जोगिंदर के पुराने विवाद

आपको बता दें, एल्विश यादव और कई प्रमुख कंटेंट रोस्टरों द्वारा जोगिंदर पर कई रोस्ट वीडियो बनाएं गए थे, जिसके बाद यूट्यूब पर हंगामा मच गया था। हालांकि, बाद में सब पुरी तरह से सामान्य हो गया।

प्रिंस नरूला के साथ हुईं लड़ाई पर जोगिंदर ने की बातचीत

थारा भाई जोगिंदर ने रोडीज़ के दौरान हुई प्रिंस नरूला के साथ अपनी लड़ाई के बारे में भी खुलासा किया। थारा भाई जोगिंदर के नाम से मशहूर जोगिंदर को ‘रोडीज़ कर्म या कांड’ से बाहर कर दिया गया था। पूर्व प्रतियोगी, जो पहले प्रिंस नरूला के गिरोह का हिस्सा था, लेकिन बाद में गौतम गुलाटी के गिरोह में शामिल हो गया, पैर की चोट के कारण शो से बाहर हो गया। उनके गैंग लीडर ने उन्हें शो छोड़ने के लिए चुना।

विशाल दुबे: पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।