ज़ी टीवी का लोकप्रिय धारावाहिक कुंडली भाग्य अपने तड़के दार ड्रामा के चलते दर्शकों को मनोरंजीत करने में जुटा हुआ है। शो को बालाजी टेलीफिल्म्स के बैनर तले निर्मित किया गया है।
कहानी के अनुसार, पालकी की सगाई की तैयारी उसके घर में शुरू हो जाती है। जल्द ही, प्रीता और राजवीर आते हैं और तैयारी में उनकी मदद करने के लिए तैयार हो जाते हैं।
जबकि प्रीता लड्डू बनाने का फैसला करती है, राजवीर सजावट संभालता है। जहां राजवीर सजावट का सामान लेने जाता है, वहीं पालकी माला को ठीक करने के लिए एक स्टूल पर खड़ी हो जाती है।
अचानक, वह फिसल जाती है और गिर जाती है और राजवीर की बाँहों में फंस जाती है। दोनों में एक मनमोहक पल शुरू होता है।
पालकी सगाई समारोह के लिए कुछ सामान लेने के लिए बाहर जाती है। शौर्य उसे अकेले देखता है और अपनी योजना को अंजाम देता है।
शौर्य के गुंडे पालकी का अपहरण कर लेते हैं। पालकी चौंक जाती है और मदद के लिए चिल्लाती है। राजवीर पालकी की चीखें सुन लेता है, लेकिन माही उसे घर से निकलने से रोकता है। जल्द ही, शौर्य के गुंडे पालकी को अपने साथ ले जाते हैं।
आगामी एपिसोड में, शौर्य गुंडों से पालकी को एक पुराने घर में ले जाने के लिए कहता है। करण का ट्रैफिक सिग्नल पर गुंडों की वैन से सामना होता है और उसे कुछ गड़बड़ लगता है। वह जांच करने के लिए अपनी कार से नीचे उतरता है।
हालांकि, सिग्नल हरा हो जाता है और वैन चली जाती है। इस बीच, घर पर राजवीर चिंता करता है क्योंकि पालकी गायब हो जाती है। जल्द ही, वह उसकी तलाश के लिए एक मिशन पर निकल जाता है।
क्या राजवीर पालकी को खोज पाएगा? जानने के लिए जुड़े रहे मनोरंजन न्यूज़ के साथ।